भोपाल। कोरोना संक्रमण ने देश के मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े महानगरों में तबाही मचा दी है. संक्रमण के चलते शहर के शहर बंद हैं. खासकर रेड जोन में आने वाले शहरों में आर्थिक गतिविधियां थम सी गई हैं. लिहाजा लोगों के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है. संकट की इस स्थिति में लोगों ने अपने घरों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है. ऐसा ही नजारा राजधानी की सड़कों पर देखने को मिला. जहां कुछ मजदूर पुणे से इलाहाबाद के लिए पैदल ही निकले और आज भोपाल पहुंचे. इन मजदूरों की रास्ते में किसी वाहन चालक ने मदद कर दी तो ठीक, नहीं तो पिछले 7 दिनों पैदल ही लंबा सफर तय कर रहे हैं.
कोरोना से बंद हुई रोजी-रोटी, पुणे से 1300 किमी के सफर पर पैदल निकले मजदूर
पुणे से इलाहाबाद के लिए पैदल निकले 12 मजदूर भोपाल पहुंचे. इन मजदूरों ने पिछले 7 दिनों में 600 किलोमीटर का सफर तय किया है.
पुणे से भोपाल पहुंचे श्यामलाल कहते हैं कि इस महामारी ने उन जैसे गरीब लोगों के सामने बड़ी समस्या पैदा कर दी है. 2 महीने से रोजी-रोटी बंद हो गई. आखिरकार अब वे अपने 12 साथियों के साथ इलाहाबाद जा रहे हैं. उनके साथ ही भैरो सिंह बताते हैं कि लगातार पैदल चलते-चलते उनके पैरों में छाले पड़ गए हैं. लेकिन मंजिल अभी भी काफी दूर हैं. अभी उनका आधा सफर ही तय हुआ है. 7 दिन में करीब 600 किलोमीटर पैदल चल पाए हैं. अभी इससे ज्यादा दूरी तय करनी है.
ये सभी लोग पुणे में काम करते थे. कोई कारपेंटर था तो कोई बेकरी में काम धंधा ठप हुआ तो ठेकेदार ने भी हाथ खड़े कर दिए. मिन्नतों के बाद थोड़े बहुत पैसे दिए. वहीं रकम लेकर पैदल निकले हैं. क्योंकि इतना भी पैसा नहीं था की भाड़ा देकर गाड़ी से इलाहाबाद पहुंच सकते. इन जैसे ऐसे लाखों लोग हैं जो अपने-अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं. कोई ऑटो से तो किसी की पूरी गृहस्थी बाइक पर सफर कर रही है.