भोपाल।मध्यप्रदेश सरकार 1 जून से राजधानी भोपाल को अनलॉक करने की तैयारी कर रही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से कम हो रहा है. प्रदेश के 47 जिलों में अब 5% से कम संक्रमित मरीज हैं. वहीं भोपाल नगर निगम सीमा के 85 में से 29 वॉर्ड अब ग्रीन जोन में आ गए हैं, इन वार्डों में अब एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं है. वहीं 85 में से 56 वॉर्ड रेड, ऑरेंज और यलो जोन में शामिल हैं. जहाँ अभी भी कोरोना संक्रमित या पोस्ट कोविड मरीज मौजूद हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि जहां भी संक्रमण थोड़ा भी बढ़ता है, वहां पूरी सख्ती के साथ संक्रमण नियंत्रित किया जाए. एग्रेसिव टेस्टिंग की जाए तथा एक-एक मरीज की पहचान कर तुरंत उपचार प्रारंभ करें. जरूरत पड़े तो कंटेनमेंट जोन बनाकर भी संक्रमण को रोका जाए.
तैयार की जा रही मरीजों की समीक्षा रिपोर्ट
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि भोपाल जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी की जा रही है. जिले सहित नगर निगम के वॉर्डों में पॉजिटिव और पोस्ट कोविड मरीजों की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो रही है. होम आईसोलेशन में मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही उनकी स्वास्थ्य संबंधी सभी जांच हो रही है. जो वॉर्ड और पंचायत ग्रीन जोन में पहुंच गए हैं. वहां मौजूद पॉजिटिव मरीजों की कांटेक्ट ट्रैसिंग हो रही है. कांटेक्ट में रहे लोगों की सैंपलिंग की जा रही है. जिससे कि 1 जून से शहर को अनलॉक किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा सके.
ज्यादा इलाकों में कराई जाएगी सेंपलिंग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया, कलेक्टर अविनाश लवानिया और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ज्यादा से ज्यादा इलाकों में सैंपलिंग कराई जाए. ताकि कोरोना के नए मरीजों को समय रहते पकड़ा जा सके. जरूरत पड़ने पर इन मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है. इसलिए वॉर्ड स्तर पर इसकी निगरानी कराई जा रही है. जिन इलाकों में ज्यादा केस हैं, वहीं पर सैंपलिंग तेजी से बढ़ाई गई है. माइल्ड केस को होम आइसोलेशन में रखा गया है. यहां मौजूद मरीजों का स्वास्थ्य संबंधी फीडबैक स्मार्ट सिटी दफ्तर में बने कंट्रोलर रूम से लिया जा रहा है.