भोपाल। पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण से लड़ रही है. ऐसे में अब एक और हैरान कर देने वाली बात सामने आ रही है कि कोरोना को मात देने वाले लोग फिर से संक्रमित पाए जा रहे हैं. जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करने के बाद अगर व्यक्ति स्वस्थ हो जाए तो उसका शरीर वायरस से दोबारा लड़ने में सक्षम हो जाता है. लेकिन कोरोना संक्रमण एक नए तरह का वायरस है. जो व्यक्ति के ठीक होने के बाद किस तरह का असर करता है यह कहना अब भी बहुत मुश्किल हो रहा है. प्रदेश में अब तक 7 से 8 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां व्यक्ति को कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद दोबारा री-इंफेक्शन हुआ है.
राजधानी भोपाल में अब तक री-इंफेक्शन के 4 मामले सामने आ चुके हैं. यह सब गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हैं जो लगातार कोविड 19 संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आ रहे हैं. गांधी मेडिकल कॉलेज में पहले साल आरएमओ पहली बार 18 जुलाई को कोविड-19 संक्रमित हुई थीं, दूसरी बार उन्हें संक्रमण 15 सितंबर को हुआ. इसी तरह जूनियर डॉक्टर पहली बार जुलाई के आखिरी सप्ताह में कोरोना संक्रमित हुई थीं. और अगस्त के पहले सप्ताह में ठीक हो गई थीं, जिसके बाद दोबारा 27 अगस्त को संक्रमित हुई. गांधी मेडिकल कॉलेज के एमएच कंसलटेंट अक्टूबर में दोबारा संक्रमित पाए गए. एक अन्य जूनियर डॉक्टर भी 5 सितंबर को कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए थे, ठीक होने के बाद 10 अक्टूबर को फिर रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी.