भोपाल|कोविड-19 संक्रमण की वजह से पूरे देश के लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही है, सभी जगह लॉक डाउन लागू किया गया है. ऐसी परिस्थिति में कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो अन्य राज्यों में रह रहे हैं, लेकिन उनके बुजुर्ग माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्य मध्यप्रदेश में निवासरत हैं, लॉकडाउन की वजह से वे किसी भी हाल में उनकी मदद नहीं कर पा रहे हैं. इन विषम परिस्थितियों में भोपाल के स्मार्ट सिटी सेंटर में बनाया गया कंट्रोल रूम अहम भूमिका निभा रहा है. फोन पर मिल रहीं सभी शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण किया जा रहा है.
शिकायत का तुंरत किया जा रहा निराकरण
लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिक्कतों, जिज्ञासाओं के त्वरित समाधान के लिए विशेष राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष (कन्ट्रोल रूम) भोपाल के स्मार्ट सिटी सेंटर में संचालित किया जा रहा है. राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष को मिले 18 हजार 6 सौ 68 फोन कॉल में से 15 हजार 2 सौ 79 का तुरंत कार्रवाई कर समाधान किया गया. नियंत्रण कक्ष द्वारा किए जा रहे सहयोग और सहायता से अब तक एक लाख 62 हजार 1 सौ 76 लोग लाभान्वित हो चुके हैं.
अब तक लाखों लोगों तक पहुंचाई गई मदद
मध्यप्रदेश के वे नागरिक जो अन्य राज्यों में निवास कर रहे हैं, उनसे प्राप्त 11 हजार 3 सौ 72 फोनकॉल में से 9 हजार 2 सौ 96 का निराकरण किया गया. प्रदेश के अन्दर ही अपने निवास के जिले से बाहर रुके हुए नागरिकों से प्राप्त 5 हजार 9 सौ 91 फोनकॉल में से 4 हजार 9 सौ 95 को सहयोग प्रदान किया गया. इसी प्रकार, अन्य राज्यों के मध्यप्रदेश में निवास कर रहे लोगों द्वारा किए गए 1 हजार 3 सौ पांच फोनकॉल में से 9 सौ 88 लोगों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है.
उच्च अधिकारियों द्वारा की जाती है पुष्टि
नियंत्रण कक्ष में चिकित्सा, खाद्य, परिवहन और सामाजिक न्याय आदि विभाग के अधिकारी नियमित रूप से 24×7 उपस्थित हैं. नागरिकों के फोनकॉल पर प्राप्त सूचना के आधार पर संबंधित विभाग के अधिकारी त्वरित कार्रवाई करते हैं. नागरिकों द्वारा चाहे गए सहयोग और मांग की पूर्ति होने पर निराकृत की गई शिकायतों के संबंध में उच्च अधिकारियों द्वारा सम्पर्क कर पुष्टि भी की जाती है. भोपाल के राज्य-स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष में आम नागरिक अपनी जरूरतों, शिकायतों और सुझाव के लिए निरंतर सम्पर्क कर रहे हैं.