मुरैना। मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भले ही प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों को ईमानदारी और निष्ठा से काम करने का सन्देश देते रहे हैं, पर वे कितने दबाव में काम करते हैं, इसका ताजा उदाहरण मुरैना में देखने को मिला है. सिपाही अनुराग शर्मा (Constable Anurag Sharma) ने आरआई कृष्ण प्रताप सिंह तोमर और बड़े बाबू ओपी शर्मा पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का लिखित आरोप लगाया है. देर रात सिपाही ने अपने फेसबुक पर एक पत्र अपडोल किया था, जिसमें दर्द की दास्तां दर्ज थी. साथ ही अपनी मौत का जिम्मेदार भी दोनों को बताया है. पत्र अब वायरल हो रहा है, अब अधिकारियों के सामने भी न उगलने न निगलने वाली स्थिति बनी हुई है.
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आरक्षक ने पत्र में लिखा- मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, बड़े बाबू ओपी शर्मा धमकी देते हैं कि मैं तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा, बड़े बाबू के कहने पर आरआई ने मुझे पहाड़गढ़ भेज दिया, मैने निवेदन किया कि मेरी दो साल की छोटी बच्ची है, जो बीमार रहती है, फिर भी इन लोगों को दया नहीं आई. पत्र के आखिर में लिखा है- श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय से निवेदन है कि प्रार्थी की मृत्यु के उपरांत उचित कार्रवाई करने की कृपा करें. मेरी मृत्यु के जिम्मेदार (Suicide Warning Post) आरआई कृष्ण प्रताप सिंह तोमर और बड़े बाबू ओपी शर्मा होंगे.
ASP डॉ. राय सिंह नरवरिया ने फोन पर बताया कि जो पत्र वायरल हो रहा है, उस मामले की जांच की जा रही है, इसके साथ ही आरक्षक के आरोपों की भी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां शिकायत करने का एक प्रॉपर चैनल है, एसपी से लेकर डीजीपी तक शिकायत की जा सकती है, लेकिन सोशल मीडिया पर शिकायत क्यों की गई, इसकी भी जांच की जाएगी.