भोपाल।प्रदेश में डीजल और पेट्रोल के दामों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है. दरअसल, तेल के बढ़ते दामों की एक बड़ी वजह राज्य में लागू वैट है. जिसके चलते सरकार ने 2020-21 में सबसे ज्यादा वैट वसूल की है. पेट्रोल से सरकार ने 52 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा अधिक कमाई की है, तो वहीं डीजल से 6690.50 करोड और शराब से 9 हजार 520 करोड़ रुपए कमाए हैं.
महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर लगाए आरोप
बता दें कि सदन में इसी मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाए कि वह जनता को लूट रही है. इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री तरुण भनोट का कहना है कि जनता चारों ओर से परेशान है. महंगाई की मार झेल रही जनता को तेल 200 रु लीटर मिल रहा है. डीजल और पेट्रोल भी 100 रुपए से ऊपर बिक रहा है. हालांकि विधानसभा में जानकारी दी गई कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाया और उन्हीं दरों को शिवराज सरकार ने भी जारी रखा है.
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कही ये बात
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में जानकारी दी कि जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी उस समय वैट 31% से घटाकर 28% किया था. उन्होंने बताया कि डीजल पर भी कमलनाथ सरकार द्वारा लागू किया गया वैट लिया जा रहा है. बता दें कि सरकार ने 2021- 22 जून तक पेट्रोल से 1033.76 करोड रुपए, डीजल से 1395.46 करोड़ और शराब से 2684.08 करोड़ कमाए हैं.
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बढ़ते दामों की एक वजह ये भी
दरअसल, मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 33 फीसदी टैक्स लगाया जाता हैं. इस टैक्स के ऊपर फिर सेस लगाया जाता है. एमपी में फिलहाल, पेट्रोल पर 4.50 रुपए का सेस लग रहा है. वहीं यहां डीजल पर 23 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. इसके बाद डीजल के ऊपर तीन रुपए प्रति लीटर सेस लगाया जाता है. राज्य सरकारों के इन टैक्स और सेस के बाद थोड़ी कसर नगर निगम भी पूरी करता है. इसमें भोपाल समेत कुछ नगर निगम पेट्रोल पर अपना सेस लगाते हैं. नतीजतन नगरीय क्षेत्रों में आने वाले पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और भी महंगा हो जाता है.