भोपाल। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दर्दनाक हादसा सामने आया है. इस हादसे में 16 मजदूरों की मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई है. सभी मजदूर एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे. हादसा बदनापुर और करमाड के बीच हुआ. सभी 19 मजदूर औरंगाबाद से मध्यप्रदेश जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए जालना से औरंगाबाद पैदल जा रहे थे. रात में थकान के चलते सभी सटाना शिवार इलाके में पटरी पर ही सो गए.
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार पर बोला हमला, कहा- औरंगाबाद में दर्दनाक हादसे का कौन जिम्मेदार ? - भोपाल न्यूज
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि औरंगाबाद में जिस तरह से इतनी बड़ी घटना सामने आई है, इसके लिए पूरी तरह से मजदूरों के लिए की गई व्यवस्था जिम्मेदार है.
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सुबह 5 बजे के लगभग इसी पटरी से एक मालगाड़ी गुजरी और उसकी चपेट में मजदूर आ गए, इस दौरान पटरी से दूर सो रहे 3 लोग बच गए हैं. हादसे का शिकार सभी मजदूर शहडोल जिले के रहने वाले हैं. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस ने कहा है कि एक तरफ बीजेपी ने मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक के लिए 10 दिन तक लॉकडाउन टाला और सरकार अगर चाहती तो लॉकडाउन से पहले इन मजदूरों को उनके घर भेज सकती थी. वहीं मध्य प्रदेश सरकार मजदूरों की मदद और उन्हें घर पहुंचाने का दावा कर रही है, लेकिन सब कुछ खानापूर्ति नजर आ रही है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि औरंगाबाद में जिस तरह से इतनी बड़ी घटना सामने आई है, मध्य प्रदेश के 16 मजदूर जो अपने परिवार का पालन पोषण करने मजदूरी के लिए बाहर गए थे, उनकी ट्रेन दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, निश्चित ही यह दुखद है. लेकिन सवाल यह है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है ? क्या वह व्यवस्था अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट सकती है ? जो जल्दबाजी में बिना योजना बनाए लॉकडाउन लागू करती है और इस लॉकडाउन में देशभर में लाखों करोड़ों मजदूर फंसे रह गए.
कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि एक तरफ सरकार दावा करती है कि देशभर में लाखों मजदूर को 1 हजार रूपए और भोजन भेजे गए हैं. लेकिन इस तरह की विसंगति क्यों दिखाई दे रही है? उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार केवल और केवल खानापूर्ति कर रही है. मजदूरों की मौत के लिए व्यवस्था पूरी तरह से जिम्मेदार हैं.