भोपाल। रीवा में स्थापित एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले ही किया था, अब इस पर भी राजनीति शुरू हो गई है. इस प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जिस सोलर पावर प्रोजेक्ट का शुभारंभ प्रधानमंत्री से कराया गया है, वो पावर प्रोजेक्ट जनवरी में ही शुरू किया जा चुका है और पिछले 7 महीने से इस प्लांट से बिजली बेची जा रही है. जिस पर सीएम ने ट्वीट कर रोचक जवाब दिया है. मुख्यमंत्री ने कांग्रेसियों को सोलर पार्क में सूर्य नमस्कार करने की सलाह दी है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जनता को मूर्ख बना रही है, ये सब राहुल गांधी की संगत का असर है.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि रीवा का सोलर पावर प्लांट नेशनल सोलर मिशन के तहत 2013-14 में मनमोहन सरकार ने स्वीकृत किया था. बीजेपी सरकार ने दिसंबर 2018 तक मात्र 150 मेगावाट प्लांट बनाया था, जबकि दिसंबर 2019 में कमलनाथ सरकार ने 1 साल में 600 मेगावाट जोड़कर ये प्रोजेक्ट पूरा कर 3 जनवरी 2020 से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया था और बिजली दिल्ली मेट्रो को बेचना भी शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि जिस प्लांट की बिजली जनवरी में ही बिकनी शुरु हो गई थी, उसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाना उचित है क्या. अगर प्रधानमंत्री ने 10 जुलाई को लोकार्पण किया है तो पिछले 7 महीनों से बिजली बेची जा रही थी, उससे मिलने वाली रकम किसके खाते में डाला जाएगा.