भोपाल।शिवराज सरकार के भ्रष्ट विभागों की सूची में महिला बाल विकास के बाद स्कूल शिक्षा, लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण, लोक निर्माण, जलसंसाधन और कृषि विभाग टॉप फाईव में हैं. कुप्रबंधन वाले विभागों में गृह विभाग के बाद वन विभाग है. कांग्रेस ने शिवराज सरकार के अठारह साल की सरकार पर जो आरोप पत्र तैयार किया है, ये नतीजे उसी रिसर्च का हिस्सा हैं. 388 बिंदुओं के आरोप पत्र में एमपी के चर्चित व्यापमं घोटाले से लेकर कूनो में हुई चीतों की मौत के कुप्रबंधन को भी शामिल किया गया है. शिवराज सरकार के खिलाफ तैयार हुए इस आरोप पत्र के तरकश से कांग्रेस जिलावार तीर छोड़ेगी.
एमपी के किन विभागों में सबसे ज्यादा करप्शन के मामले:कांग्रेस के आरोप पत्र में विभागवार भी छंटनी हुई है कि किन विभागों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले आए हैं. पिछले 6 महीने से आरोप पत्र तैयार कर रहे आरोप पत्र समिति के अध्यक्ष पारस सकलेचा बताते हैं कि उन्होंने इस आरोप पत्र में उन्ही बिंदुओं को शामिल किया है, जिनके दस्तावेज उपलब्ध है. सकलेचा बताते हैं हमने अलग-अलग सूची बनाई है. भ्रष्ट विभागों की सूची अलग है. इनमें महिला बाल विकास लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण, कृषि जलसंसाधन, लोकनिर्माण विभाग उर्जा और खनिज विभाग में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है.
तीन हिस्सों में 388 बिंदुओं का आरोप पत्र: सकलेचा के मुताबिक तीन हिस्सों में 388 बिंदुओं में ये आरोप पत्र तैयार किया है. इसमें आर्थिक भ्रष्टाचार के साथ कुप्रबंधन और कुशासन के मामले शामिल किए गए हैं. आर्थिक घोटालों में पोषण आहार के अलावा मिड डे मील अवैध खनन पीएमटी भर्ती घोटाला मनरेगा आंगनबाड़ी पेंशन घोटाला समेत 168 घोटाले शामिल हैं.