भोपाल।आदिवासियों के "जय आदिवासी युवा संगठन" को संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर द्वारा देशद्रोही संगठन बताए जाने के बाद जयस और कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में कांग्रेस विधायकों ने धरने पर बैठकर विरोध जताया और मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस्तीफे की मांग की है.
कमलनाथ के नेतृत्व में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक इंदौर के महू से विधायक और मंत्री उषा ठाकुर ने आदिवासी युवाओं के संगठन जयस को देशद्रोही संगठन बताया था. इस बात से नाराज आदिवासी समुदाय पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रहा है. मंत्री उषा ठाकुर की इस टिप्पणी का मामला आज मध्यप्रदेश विधानसभा में भी गूंजा. मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया.
वहीं कांग्रेसी विधायकों ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित होने के बाद विधानसभा में बनी गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देकर विरोध जताया. इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस विधायकों सहित नेता प्रतिपक्ष और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी शामिल हुए. कांग्रेस विधायक जहां बीजेपी विधायक उषा ठाकुर से माफी मांगने की मांग पर अड़े हुए थे.
जयस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का किया था समर्थन
जय आदिवासी युवा संगठन "जयस" आदिवासी युवाओं का एक प्रभावशाली संगठन है. 2018 के विधानसभा चुनाव में इस संगठन ने कांग्रेस का समर्थन किया था और इस संगठन के नेता डॉ. हीरालाल अलावा को कांग्रेस से टिकट भी दिया गया था, जो विधायक चुनकर आए थे. उप चुनाव के समय पर बीजेपी विधायक का यह बयान बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है.