जयपुर.महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की जयपुर में हुई राष्ट्रीय रैली (Mehangai Hatao Rally Jaipur) में राहुल गांधी ने हिंदू और हिंदुत्ववादी (Hindu Vs Hindutvavadi) को अपने हिसाब से परिभाषित किया. लगभग आधे घंटे के भाषण में राहुल गांधी ने खुद को सच्चा हिन्दू साबित करने की कोशिश की. राहुल के तर्क को भाजपा ने अपने तरीके से काटा भी, अभी भी इस मसले पर बयानबाजियों का दौर जारी है. इस बीच अपने नेता के समर्थन में कांग्रेस जुट गई है. मध्यप्रदेश के कुणाल चौधरी भी उन्हीं में से एक हैं. जिन्होंने ETV Bharat से बातचीत की तो हिन्दू और हिंदुत्ववादी (Hindu Vs Hindutvavadi) का अंतर बताया.
जयपुर से लौटने से पहले इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बात करते हुए चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए आस्था और धर्म ,विश्वास का नहीं बल्कि राजनीति का प्रतीक है, जबकि कांग्रेस पार्टी धर्म में आस्था और विश्वास रखती है. उन्होंने कहा कि भाजपा रामराज की बात तो करती है लेकिन उसका मर्म नहीं समझती. उन्होंने कहा- "क्या रामराज में किसी धर्म के खिलाफ बात होती थी. क्या लोगों को उनके अधिकार नहीं मिलते थे? भाजपा के नेता अगर राम की बात करते हैं तो रामायण की चौपाई को भी मानें जिसमें लिखा गया है दूसरों के सुख से बड़ा कोई सुख नहीं और दूसरों के दुख से बड़ा कोई दुख नहीं माना गया है.
'घृणा और नफरत की राजनीति करती है BJP'
विधायक ने भाजपा पर नफरत और घृणा की राजनीति करने का आरोप लगाया. कहा- आज देश में जिस तरह घृणा और नफरत फैल रही है उससे किसी का फायदा नहीं. चौधरी ने इसके साथ ही हिन्दू और हिन्दुत्ववाद (Hindu Vs Hindutvavadi) के बीच का अंतर समझाया. कहा- कृष्ण और कंस सगे मामा-भांजा थे. लेकिन कंस राक्षस हो गए और कृष्ण भगवान बन गए. यही बात राहुल गांधी ने बताई कि हिंदू और हिंदुत्व के नाम पर जिन उन्मादी लोगों का राज है वह महात्मा गांधी के हत्यारों को महिमामण्डित करते हैं जो देश का पहला आतंकवादी था. ऐसी सोच के खिलाफ ही कांग्रेस खड़ी है और देश में उस रामराज की स्थापना करना चाहती है जिसमें लोगों को अधिकार मिले.