भोपाल। मध्यप्रदेश में आए सियासी भूचाल के बाद अब भाजपा हो या कांग्रेस अपने तमाम विधायकों को प्रदेश से बाहर ले जा रही है. कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान ले जाएगी. क्योंकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले महाराष्ट्र में आए सियासी संकट के समय कांग्रेस के विधायकों को भी जयपुर में ठहरा चुके हैं. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी अपने विधायकों को गुरूग्राम शिफ्ट कर दिया है. दोनों ही पार्टियों के अपने- अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है.
कांग्रेस के विधायकों का सीएम हाउस में जुटना शुरू हो चुका है यहां से सभी को चार्टर्ड प्लेन से जयपुर ले जाया जाएगा. कांग्रेस के विधायकों को संभालने की पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दी गई है. कल बीजेपी के विधायकों को हरियाणा ले जाया गया है. मध्य प्रदेश की सियासत का रंग बार-बार बदल रहे है. कल तक लग रहा था कि कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी लेकिन जिस तरीके से कांग्रेस नेताओं के बयान आ रहे हैं तो कहीं ना कहीं कांग्रेस के नेताओं को अभी भी उम्मीद है और उसी उम्मीद पर अभी भी कांग्रेस आखिरी जोर लगाते हुए मध्यप्रदेश में नजर आ रही है. वहीं कांग्रेस के बागी विधायकों को मनाने के लिए पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को बेंगलुरु भेजा गया है.