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शिवराज जी! कब बढ़ेगा कर्मचारियों का DA, कमरतोड़ महंगाई के चलते जरूरतें कम कर रही आवाम

मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राजकीय कर्मचारियों का डीए बढ़ाने की मांग करते हुए राजस्थान सरकार के डीए बढ़ाने के फैसले का हवाला दिया है, साथ ही जीतू पटवारी ने कई ट्वीट कर एसबीआई की रिपोर्ट का हवाला देते हुए महंगाई और डीजल-पेट्रोल-गैस के बढ़ते दामों पर टिप्पणी की है.

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Published : Jul 15, 2021, 12:23 PM IST

jitu patwari
जीतू पटवारी

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा है, कई ट्वीट में उन्होंने मीडिया रिपोर्ट का भी हवाला दिया है. राहुल गांधी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा- उसी ने मुश्किल में फंसाया. बेकसूरों को खूब रुलाया. बच्चा-बच्चा जानता है कौन, ये कठिन दौर लाया! साथ ही एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- लोकतंत्र का चौथा स्तंभ? अमर रहे अमर रहे! डर है कि कहीं इस ओर तो हम नहीं मोदी जी... लोकतंत्र के प्रहरी का दर्द भी समझो, मीडिया समूह को भी अपने योद्धाओं के लिए लड़ना चाहिए! सरकारी चापलूसी कब तक?

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वहीं अगले ट्वीट में पटवारी ने महंगाई पर तंज कसते हुए पोस्ट में लिखा- देशवासियों, 2024 के चुनाव में पेट्रोल-डीजल ₹150 और गैस सिलेंडर ₹1000 लेकर ही वोट देने जाना पड़ेगा! मोदी-मोदी चिल्लाने वाले! प्रधानमंत्री की गलतियां छिपाने वाले देशवासियों देश सबसे पहले है! इसलिए, सच स्वीकार करो! क्योंकि यह संकट बढ़ता ही जाएगा!

वहीं एमपी कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा- राजस्थान सरकार ने कर्मचारियों एवं पेंशनर्स का महंगाई भत्ता 17% से बढ़ाकर 28% कर दिया है. शिवराज जी, मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को ये खुशी कब मिलेगी, बुधवार को ही केंद्र सरकार ने भी केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने का एलान किया था.

वहीं बढ़ती महंगाई खिलाफ जीतू ने लिखा- पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है! एसबीआई की आर्थिक शाखा की रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोल-डीजल पर खर्च ज्यादा होने से लोगों को स्वास्थ्य जैसी जरूरतों में कटौती करनी पड़ रही है! प्रधान'सेवक' ने ही, संकट बढ़ाया! मोदी मतलब बंटाधार.

अगले ट्वीट में एसबीआई के हवाले से लिखा- SBI कार्ड से होने वाले खर्च के विश्लेषण से पता चला है कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों से लोगों ने किराना, स्वास्थ्य सेवाओं सहित काम की अन्य सेवाओं पर खर्च कम कर दिया! इससे इन उत्पादों की मांग में भी गिरावट आई है! आम आदमी की कमाई 65 साल में पहली बार घटी है! फरवरी में आम बजट से एक दिन पहले पेश हुए आर्थिक सर्वे के अनुसार, 2019-20 में देश में हर व्यक्ति की सालाना कमाई 2020-21 कम हो गई! क्यों?

एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा- SBI के आंकड़े बताते हैं कि गैर-जरूरी खर्च के लिए रखे पैसों से पेट्रोल-डीजल पर होने वाला खर्च जून 2021 में बढ़कर 75% हो गया! जबकि इसी साल मार्च में यह 62% था! यह परेशानी महामारी और महंगाई के कठिन दौर में आई है! दवाओं/स्वास्थ्य से जुड़े अन्य खर्च पहले ही लोगों का मासिक बजट बिगाड़ रहे हैं! लोगों को या तो बचत में कटौती करनी पड़ रही है या उनकी जमापूंजी कम हो रही है! स्वास्थ्य को लेकर हुई जागरूकता ने भी हेल्थ बजट बढ़ा दिया है.

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