भोपाल। कोरोना काल में अस्थाई स्वास्थ्य कर्मचारियों के आंदोलन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसके बाद आज बड़ी संख्या में यह सभी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने पहुंचे. इस दौरान कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इन सभी अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की. जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की घटना प्रदेश को शर्मसार करने वाली है, पहले तो प्रधानमंत्री ने इन्हीं कोरोना योद्धाओं के लिए ताली-थाली बजाई थी. लेकिन यह घटना चिंताजनक है.
कोरोना वॉरियर्स के साथ लाठीचार्ज की घटना शर्मसार कोरोना योद्धाओं के साथ व्यवहार शर्मनाक
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना योद्धाओं के लिए कई तरह की घोषणाएं की थी. लेकिन कल जिस तरह से इन कोरोना योद्धाओं के साथ व्यवहार किया गया, वह शर्मनाक है. इतनी निर्दयी सरकार नहीं हो सकती और ना ही इतना निर्दयी प्रशासन हो सकता है. अगर उन्हें हटाना था तो बातचीत करके हटाते, कोई मंत्री या अधिकारी चला जाता. मुख्यमंत्री इस बारे में आत्मचिंतन करें. यह बात किसी पार्टी कांग्रेस या भाजपा की नहीं है, बात प्रदेश की है. जहां ऐसी घटना हो, तो मेरे प्रदेश के मुख्यमंत्री ऐसे नहीं हो सकते.
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अगले महीने शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में नेता प्रतिपक्ष और उपाध्यक्ष कौन होगा इस बारे में जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ है. नेता प्रतिपक्ष चाहे कमलनाथ रहे या कोई और नेतृत्व कमलनाथ का ही रहेगा.
किसान पर राजनीति नहीं, राष्ट्रीयता का मुद्दा
जीतू पटवारी ने कहा कि किसान और सेना के मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए. किसान की बात में भी राष्ट्रीयता है. रात के अंधेरे में अध्यादेश लाकर जो बिल पास किया गया है. उससे पता चलता है कि दाल में कुछ काला है.
भाजपा इस मामले में देश को भ्रमित कर रही है. किसानों की मांग और मुद्दों पर काम होना चाहिए. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने ऋषि कानून के विरोध में अपना पदम विभूषण सम्मान वापस किया है.
वहीं कई खिलाड़ी भी अपने पुरस्कार वापस कर सकते हैं. इस बारे में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को पुरस्कार तपस्या और खून पसीने की मेहनत से मिलता है. सरकार को इस वेदना को समझना चाहिए.