भोपाल। कमलनाथ सरकार गिराकर बीजेपी ने शिवराज सरकार का गठन तो करा दिया है, लेकिन सरकार को हर मामले में विवादों और नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज बीजेपी विधायक अजय विश्नोई लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. आज फिर उन्होंने एक ट्वीट करके शिवराज सरकार की मौजूदा स्थितियों पर सवाल खड़े किए हैं और उन्होंने चिंता जाहिर की है कि, पहले मंत्रियों की संख्या और अब विभागों के बंटवारे के कारण उन्हें डर है कि कहीं आम कार्यकर्ता हमारे नेता की इतनी बेज्जती से नाराज ना हो जाएं. उन्होंने नुकसान की आशंका भी जताई है. उनके इस ट्वीट के बाद कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर हो गई है. राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने उनके ट्वीट को सही ठहराते हुए कहा है कि, पहले कांग्रेस का नुकसान हुआ अब भाजपा की बारी है. वहीं कांग्रेस ने इस स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. कांग्रेस का कहना है कि, एक मुख्यमंत्री और जनता का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता है.
भूपेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष, मीडिया विभाग, मध्य प्रदेश कांग्रेस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा में उपजा असंतोष अभी थमा भी नहीं था कि, मंत्रियों के विभागों को लेकर बने हालातों से बीजेपी का असंतोष अब सतह पर आ गया है. मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज अजय विश्नोई सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार हमले कर रहे हैं. इसके पहले वो कुछ बड़ा करने की बात कह चुके हैं, तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गैर विधायक 14 मंत्रियों को बिना विभाग रखने की सलाह दे चुके हैं. मंत्रिमंडल के विवादों को लेकर चल रहे घमासान पर आज उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि, पहले मंत्रियों की संख्या और अब विभागों का बंटवारा, मुझे डर है कहीं भाजपा का आम कार्यकर्ता हमारे नेता की बेइज्जती से नाराज ना हो जाए, नुकसान हो जाएगा.मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि, बीजेपी के अंदर मंत्रिमंडल के गठन में जो उठापटक हुई है. आज जो उठापटक का दौर विभागों के बंटवारे को लेकर चल रहा है. खुलेआम जो मलाईदार विभागों की चर्चा हो रही है. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा के नेता अजय विश्नोई ने सही सवाल उठाया है कि, पड़ोसियों के बच्चों को खुश रखने के लिए अपने बच्चों को भूखा रखना कहां तक उचित है, लेकिन उससे बड़ा सवाल है कि आज मध्यप्रदेश को क्या हो गया है. जब कोरोना की त्रासदी में सरकार को जनता की तरफ देखना चाहिए. तब वो ये चर्चा कर रही है कि, किस विभाग में कितनी मलाई है. उसकी मलाई का फैट साइज दिल्ली में बैठकर निकाला जा रहा है. आज एक मुख्यमंत्री विभाग बांटने के लिए लगातार अपमानित हो रहा है. ये जो सौदा खोरी की बनी हुई सरकार है. इस सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की जनता का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता है. मध्य प्रदेश की जनता पर इससे बड़ा अलोकतांत्रिक हमला नहीं हो सकता है. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.