भोपाल।कमलनाथ सरकार को गिराकर भाजपा के शिवराज सिंह 23 मार्च को सीएम के पद पर तो काबिज हो गए. लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी उनके मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया था. पार्टी के अंदर चल रही खींचतान, सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को एडजस्ट करने और उपचुनाव के समीकरणों को देखते हुए किसी ना किसी बहाने मंत्रिमंडल का विस्तार टलता जा रहा था. लेकिन अब मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी शुरू हो गई है. इसे लेकर एमपी कांग्रेस का कहना है कि गैर विधायकों को मंत्री बनाकर भाजपा लोकतंत्र का अपमान कर रही है और इसके साथ ही भाजपा की शिवराज सरकार का दुर्भाग्य शुरू होने वाला है.
जुलाई में विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है और इस सत्र में बजट बुलेटिन पारित होना है. विधानसभा के शासकीय कार्यों के लिए कई मामलों में कैबिनेट अनुमोदन की जरूरत होती है. शिवराज मंत्रिमंडल का फिलहाल कोरम पूरा नहीं है. कोरम पूरा करने के लिए कम से कम 12 मंत्री होना जरूरी है. इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी की जा रही है.