भोपाल :मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के बाद इसी साल 20 जनवरी को पूरी क्षमता के साथ कॉलेज खुल चुके हैं. लेकिन छात्रों की संख्या सिर्फ 10 फीसदी देखने को मिल रही है. मतलब कह सकते हैं छात्र-छात्राओं के बीच अभी भी कोरोना का खौफ है. लेकिन बड़ी बात ये है कि अप्रैल में वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं और अभी तक सिलेबस भी पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि कॉलेज कैसे कोर्स कंप्लीट करा पाएंगे ?
मध्यप्रदेश में अप्रैल में पेपर कराने की तैयारी प्रदेश के अधिकतर कॉलेज में सिलेबस नहीं हुआ पूरा
कोरोना के चलते इस साल महाविद्यालयों में सिलेबस कंप्लीट नहीं हो पाया है. कोरोना में लगे लॉकडाउन का बुरा प्रभाव महाविद्यालय के शैक्षणिक सत्र पर पड़ा है. यही वजह है कि राजधानी के अधिकांश कॉलेजों में सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है. कोरोना के चलते महाविद्यालयो में कक्षाएं नही लगी हैं. ऑनलाइन क्लास के सहारे छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. लेकिन ज्यादातर छात्रों के पास ऑनलाइन कक्षाओं के लिए संसाधन नहीं होने की वजह से छात्र कक्षाओं से नही जुड़ पाए और कॉलेज सिलेबस कंप्लीट कराने में असमर्थ रहे. राजधानी में 8 शासकीय महाविद्यालय हैं और 4 सरकारी विश्वविधलय हैं लेकिन चिंता इस बात है कि इनमें किसी भी कॉलेज में 90 फीसदी सिलेबस पूरा नही हो पाया है. जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं का समय घोषित कर दिया है.
20 जनवरी के बाद पहुंचे सिर्फ 10 फीसदी छात्र
मध्यप्रदेश में 20 जनवरी से पूरी क्षमता के साथ महाविद्यालय खुल चुके हैं. हालांकि शासन ने महाविद्यालयों में केवल 50 फीसदी छात्रों को आने की अनुमति दी है. कॉलेजों में अल्टरनेट डेज में कक्षाएं लग रही हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण का प्रकोप ऐसा है कि अभी कॉलेजों में 10% छात्र ही उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ऐसे में महाविद्यालय के सामने छात्रों का सिलेबस कंप्लीट कराना और वार्षिक परीक्षाएं आयोजित करना एक बड़ी चुनौती है.
वार्षिक परीक्षा से पहले सिलेबस पूरा कराने का प्रयास
शासकीय सरोजिनी नायडू की प्राचार्य प्रतिभा सिंह ने बताया कि 20 जनवरी से कॉलेज खुल चुके हैं. लेकिन छात्रों की संख्या 10 से 15 फीसदी ही है. ज्यादातर छात्र ऑनलाइन कक्षाओं के सहारे ही पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सिलेबस कंप्लीट कराने के लिए कॉलेज अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. जिस तरह ऑफलाइन कक्षाएं लग रही हैं उसी तरह ऑनलाइन कक्षाएं भी महाविद्यालय द्वारा प्रतिदिन लगाई जा रही हैं. सरोजिनी नायडू की माने तो 50% सिलेबस पूरा हो चुका है अप्रैल माह में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित होंगी. उससे पहले 50% सिलेबस कंप्लीट कराने का प्रयास कॉलेज की ओर से किया जा रहा है.
साइंस स्ट्रीम के छात्रों का 30 फीसदी सिलेबस भी नहीं हुआ पूरा
मोतीलाल महाविज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि कॉलेज में 70% कोर्स पूरा हो चुका है. शासन के आदेश अनुसार वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी चल रही है. उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. जिसमें यूजी-पीजी फाइनल ईयर के छात्रों के लिए ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित कराने के आदेश हैं. उन्होंने बताया कि छात्रों की ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही प्रकार से कक्षाएं लगाई जा रही हैं. वंही साइंस स्ट्रीम के छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन नहीं लग पाई थी. ऐसे में कॉलेज खुलने के बाद जो छात्र प्रेक्टिकल के लिए कॉलेज आ रहे हैं उनकी कक्षाएं नियमित लग रही हैं जो नहीं आ रहे हैं उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है.
मध्यप्रदेश में अप्रैल में होंगी वार्षिक परीक्षा
मध्यप्रदेश में अप्रैल और मई माह में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. कोरोना के चलते उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं में बदलाव किया है. यूजी-पीजी फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा अप्रैल और मई माह में ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी. वहीं प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के छात्रों का परीक्षा परिणाम असाइनमेंट और पिछले अंकों के आधार पर तैयार किया जाएगा. इन छात्रों की ऑफलाइन परीक्षाएं नहीं होंगी, वहीं द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं मई और जून महीने में ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी.