भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 22 हजार युवाओं को मुख्यमंत्री यूथ इंटर्नशिप पॉलिसी के तहत जनसेवा मित्र के तौर पर नियुक्त किया है. मध्य प्रदेश के सभी जिलो ब्लॉक और ग्रामीण क्षेत्रों में यह जनसेवा मित्र न सिर्फ सरकार की विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे बल्कि जनता के बीच सरकार के लिए पॉजिटिव माहौल बनाकर सीधा फीडबैक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक भी पहुंचाएंगे. सबसे निचले स्तर पर मेंटर्स नियुक्त किए गए हैं जिन्हें 8 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाएगा. वही ब्लॉक कोऑर्डिनेटर और जिला कोऑर्डिनेटर भी नियुक्त किए गए हैं, इसके अलावा हर ब्लाक में जनसंख्या के हिसाब से जन सेवकों की नियुक्ति की गई है.
भाजपा का प्लान: चुनावी साल में तमाम विभागों में सरकार पहले से ही बंपर भर्तियां कर रही है लेकिन अब सीएम शिवराज ने इन युवाओं को सरकारी जासूस के तौर पर तैनात किया है. पहले चरण में सरकार ने इन्हें 6 महीने के लिए नियुक्त किया है जिनकी सेवा अवधि आगे भी बढ़ाई जा सकती है. हालांकि इन तमाम काम के लिए सरकार के पास पहले से जन अभियान परिषद है जिसमें 25 हजार कार्यकर्ता समाजसेवी और ग्राम नगर विकास प्रस्फुटन समिति के तौर पर काम करते हैं. लेकिन चुनावी माहौल में युवाओं को साधने और सरकार की पुख्ता मॉनिटरिंग के लिए बीजेपी और सरकार ने सम्मिलित रूप से समान विचारधारा वाले युवाओं की तैनाती का प्लान बनाया है.
सीएम ने बताया मील का पत्थर: इस पूरी योजना को लेकर जहां एक ओर युवा खुश हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसे मील का पत्थर बता रहे हैं. सीएम शिवराज ने विद्यार्थियों को लेकर भी ऐलान किया है शिवराज ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने ऐसे विद्यार्थियों को हटा दिया था लेकिन अब नहीं हटा पाएगें क्योंकि सरकार इन कोर्सेस को मान्यता दे रही है, जिसमें इन्हें उच्च शिक्षा से संबद्ध करने की घोषणा की गई थी.