भोपाल।मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में यूं तो कोरोना, किसान कर्ज माफी, फसल बीमा योजना और अपराध को लेकर कांग्रेस और सत्तारूढ़ दल भाजपा के बीच राजनीति हमेशा होती रहती है, लेकिन अब इसमें 60 करोड़ के एक वीआईपी प्लेन की भी एंट्री हो गई है. सरकारी बेड़े में शामिल हुए 60 करोड़ के नए 7 सीटर विमान बी-250 में सीएम शिवराज सिंह चौहान( SHIVRAJ SINGH) परिवार के साथ पहली बार सोमवार को हवाई सफर करेंगे. CM SHIVRAJ इस महंगे विमान से पूरे परिवार के साथ सोमवार को तिरुपति जा रहे हैं. ये विमान कमलनाथ सरकार ने अभिमान क्राफ्ट कंपनी से खरीदा था हालांकि कमलनाथ इस विमान में कभी हवाई सफर नहीं कर सके. जैसे ये विमान अमेरिका से दिल्ली होते हुए भोपाल पहुंचा था तो इसपर सियासत शुरु हो गई थी.
क्यों हुआ था इस विमान का विरोध
दरअसल शिवराज चौहान चाहते थे कि विमान 100 करोड़ का हो लेकिन कमलनाथ सरकार ने 60 करोड़ में विमान खरीद लिया.नया विमान खरीदने का प्रस्ताव सबसे पहले 2016 में आया था. उस वक्त शिवराज सरकार ने विमान के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी. शिवराज सरकार ने जो प्लेन खरीदना तय किया था उसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपए थी. 2019 में कमलनाथ के सत्ता में आने के बाद इस प्रस्ताव के स्थान पर टर्बो प्रो प्लेलर स्टेट प्लेन खरीदने की मंजूरी दी गई. कमलनाथ सरकार द्वारा खरीदा गया विमान चार महानगरों के अलावा छोटे शहरों में बनी हवाई पट्टी पर भी टेकऑफ और लैंडिंग में सक्षम है. कमलनाथ सरकार ने दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में खरीदा गया विमान बेचकर नया विमान खरीदा था. गुजरात की कंपनी ने 8 करोड़ में इस पुराने विमान को खरीदा था.
क्यों है ये विमान सबसे खास
- यह दुनिया का सबसे बेहतरीन बिजनेस क्लास विमान माना जा रहा है.
- किंग्स एयर क्राफ्ट विश्व में सबसे ज्यादा प्रचलित है. यह मीडियम रेंज होने के कारण किसी भी जगह आसानी से उतारे जाने के कारण बिजनेसमैन ग्रुप की पहली पसंद है.
- सरकारी बेड़े में शामिल यह विमान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है यह प्लेन 574 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
- टेक ऑफ के लिए इसे सिर्फ 523 मीटर का ग्राउंड रोल की जरूरत होती है जबकि लैंडिंग के लिए 533 मीटर ग्राउंड रोल इस प्लेन के लिए पर्याप्त है
- यह विमान 35000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. यह सबसे बेहतरीन बिजनेस क्लास विमान माना जाता है.
- इस विमान में ड्यूअल फ्लाइट मैनेजमेंट सिस्टम और ऑटोमेटेड फ्लाइट गाइडेंस सिस्टम मौजूद है.
- प्रदेश की अधिकांश हवाई पट्टियां 533 मीटर ग्राउंड रोल से बड़ी हैं. सरकारी बेड़े में इस विमान को शामिल करने से पहले प्रदेश सरकार ने अपने पायलट और मैकेनिकों की टीम को ट्रेनिंग के लिए अमेरिका भेजा था.