भोपाल।आज मध्यप्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण आया है, जिसको लेकर अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है. सीएम का कहना है कि सर्वेक्षण के तथ्य सिद्ध करते हैं कि एमपी की इकॉनोमिक कंडीशन मजबूत है. एक तरफ हमने वित्तीय अनुशासन और सुशासन के साथ सर्वसमावेशी विकास किया है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के बजट का आकार तथा कर संग्रहण भी लगातार बढ़ा है.
एमपी की आर्थिक स्थिति मजबूत: सीएम शिवराज ने कहा कि"आज मध्यप्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण आया है. सर्वेक्षण के तथ्य सिद्ध करते हैं कि मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत है. एक तरफ हमने वित्तीय अनुशासन और सुशासन के साथ सर्वसमावेशी विकास किया है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के बजट का आकार तथा कर संग्रहण भी लगातार बढ़ा है. वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश की आर्थिक विकास दर में 16.43% की वृद्धि हुई है. वर्ष 2001-02 में सकल घरेलू उत्पाद ₹71,594 करोड़ था, जो अब बढ़कर ₹13 लाख 22 हजार करोड़ हो गया है. इसके अलावा वर्ष 2001-02 में प्रति व्यक्ति आय ₹11,718 थी, आज बढ़कर ₹1,40,500 हो गई है."
आरोप ना लगाए, आंकड़े देखें:प्रदेश के मुखिया शिवराज ने कहा कि "हम पर अक्सर या आरोप लगाया जाता है कि हम कर्जा ले रहे हैं, लेकिन यदि आप आंकड़े देखेंगे 2005 में ऋण जीएसडीपी अनुपात मतलब जीएसडीपी के अनुपात में जो कर्जा लेते थे, वह 39.5% था. लेकिन कोविड की कठिनाइयों के बावजूद 2020-21 में घटकर 22.6% हो गया है. यह अपने आप में सिद्ध करता है कि जीएसडीपी के अनुपात में ऋण का प्रतिशत लगातार घटा है. पिछले साल हमारा पूंजीगत व्यय 37 हजार 89 करोड रुपया था, हमने एक साल में उसको 23.18% बढ़ाया जिससे अब यह बढ़कर 45 हजार 685 करोड रुपया हो गया है."