भोपाल।एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गरुवार को राज्य की युवा नीति लांच कर दी . राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यूथ महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा है कि जैसे चिड़िया अपने बच्चों को घोंसलों में नहीं रखती, उन्हें उड़ना सिखाती है, वैसे ही हम हमारे युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर विभिन्न कौशल सीखने और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करने के अवसर प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का क्रियान्वयन एक जुलाई से आरंभ होगा. इसमें प्रदेश के युवा, श्रेष्ठतम प्रतिष्ठानों से जुड़कर कौशल सीखेंगे, वे लर्न भी करेंगे और अर्न भी करेंगे. ऐसे युवाओं को हर माह कम से कम 8 हजार रूपए दिए जाएंगे. प्रतिष्ठान अपनी ओर से अलग से भी राशि देंगे। युवाओं के सहयोग से ही नए और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण होगा. युवा अपने सपने साकार कर सकें और सफलता की ऊंची उड़ान भर सकें, इसके लिए राज्य शासन हर संभव व्यवस्था करने के साथ नौजवानों को आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है. इसी कड़ी में आज राज्य की युवा नीति लांच की जा रही है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस पर राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत को संबोधित कर रहे थे. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार इस मौके पर उपस्थित थे. कार्यक्रम में यंग अचीवर्स ने ओलिम्पियन विवेक सागर प्रसाद, संगीतकार और गीतकार मेघदीप बोस और उद्यमी अनुभव दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री ने यूथ महापंचायत में आये युवाओं का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया.
युवा पोर्टल की शुरुआत: मुख्यमंत्री चौहान ने युवा पोर्टल का शुभारंभ किया और राज्य युवा नीति की पुस्तिका का अनावरण कर युवा नीति लांच की. मुख्यमंत्री ने युवा हितग्राहियों को मुख्यमंत्री जन-कल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना के 20 हजार 937 हितग्राहियों के खातों में 17 करोड़ 94 लाख रूपए खाते में पहुंचाए. मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में देश-प्रदेश के संस्थानों में अध्ययनरत 3 हजार 182 विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 175 करोड़ की धनराशि सौंपी. 36 वें नेशनल गेम्स में प्रदेश के लिए 66 पदक अर्जित करने वाले 132 खिलाड़ियों को 4 करोड़ 38 लाख 80 हजार की पुरस्कार राशि दी गई. इसी तरह गांव की बेटी योजना में 25 हजार 800 बेटियों के खाते में 12 करोड़ 90 लाख रूपये पहुंचाए गए . सीएम शिवराज ने इस मौके पर राज्य युवा पुरस्कार विजेता युवाओं को पुरस्कार प्रदान किए. साथ ही प्रदेश में विद्यमान प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयों में अप्रेंटिसशिप के लिए युवाओं को अनुबंध-पत्र भी प्रदान किए. मुख्यमंत्री ने युवा नीति के उद्देश्य तथा मुख्य बिन्दुओं की जानकारी युवाओं को दी.
सीएम ने किया शहीदों को याद: मुख्यमंत्री ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष और कुर्बानी से ही देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई. युवा पीढ़ी उनके त्याग, तपस्या और बलिदान से जुड़ी रहे, इसी उद्देश्य से यूथ महापंचायत का आयोजन अमर शहीदों के बलिदान दिवस पर किया गया. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल से आजादी के ज्ञात-अज्ञात और गुमनाम नायकों के संघर्ष और बलिदान से देश परिचित हुआ है. इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है. मध्यप्रदेश में भी जनजातीय क्रांतिकारियों की प्रतिमाएं तथा स्मारक निर्मित किए गए हैं. देश के युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद प्रेरणा के मुख्य स्रोत हैं. स्वामी जी का मानना था कि कोई भी काम ऐसा नहीं है, जो हम नहीं कर सकते. युवा अपने आप को दीनहीन न समझें. प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार यह अमृत काल की अमृत पीढ़ी है. आप अपने माता-पिता के साथ राष्ट्र और प्रदेश की भी संतानें हैं. राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास और उज्ज्वल भविष्य के लिए कृत-संकल्पित है.
मुख्यमंत्री की युवा कल्याण के लिए घोषणाएं:प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी. इसके लिए कॉलेजों में 5 प्रतिशत सीट्स रिजर्व रहेगी. प्रदेश में राज्य स्तरीय युवा आयोग का पुनर्गठन 5 अप्रैल तक किया जाएगा. अगले वर्ष से युवा बजट बनाया जाएगा. यह मॉनिटरिंग की जाएगी कि युवा-कल्याण पर कितनी राशि किन-किन योजनाओं में आवंटित की गई एवं उन पर कितना कार्य किया गया है. प्रति वर्ष खेलों एमपी यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष से खेलों एवं खेल अधो-संरचना पर लगभग 750 करोड़ रूपये का निवेश करने का निर्णय लिया गया है. स्कूलों में खेल की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी, योग को प्रोत्साहित किया जाएगा हर गांव में खेल मैदान बनाया जाएगा.