भोपाल। शिवराज सिंह चौहान को बतौर मुख्यमंत्री 19 साल हो रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लोगों के साथ पौधे लगा रहे हैं, लेकिन विधानसभा की रिपोर्ट बता रही है कि, पिछले 4 सालों में पौधारोपण और उसके संरक्षण के लिए 1600 करोड़ खर्च किए. बावजूद इसके हरियाली का रकबा नहीं बढ़ रहा है. पिछले 15 सालों में वनवासियों को वन अधिकार पट्टा के तहत 3 लाख 14 हजार हेक्टेयर भूमि दे दी गई. लकड़ी चोरी करने वालों को इनाम और रक्षकों को सजा हो गई. आपको सुनकर जरुर आश्चर्य होगा, लेकिन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने विदिशा में लकड़ी चोरी के दौरान हुई फायरिंग से व्यक्ति की मौत पर 20 लाख रुपए और घायलों को 5- 5 लाख रुपए दिए.
चोरों के बढ़ें हौंसले:पुलिस ने वन अमले के खिलाफ बड़ी धाराएं लगाईं थी इसमें 302, 307,34 धारा शामिल थी. इससे सवाल उठना लाजमी है कि, राशि देकर आप वोट बैंक को साध रहे हैं और इस तरह की घटनाओं से चोरी करने वालों के हौसले बढ़ेंगे और रक्षा करने वालों के हौसले पस्त होगें. वन अमले पर पथराव किया गया. बचाव में उन्होंने फायरिंग की. इस तरह रात में जंगल के अंदर जाना क्या दिखाता है कि, लकड़ी चोरी करने के इरादे से लोग घुसे और जब वन अमला पहुंचा तो पथराव शुरु कर दिया गया.
वन माफिया के गिरोह सक्रिय:विदिशा से लगे जंगलों का हाल ये है कि, यहां पर मोटरसाइकिलों से शाम होते ही सागोन के बड़े पेड़ो के ब्लाक काट कर मोटरसाइकिल के पीछे बांधकर खुले आम चोरी होती है. इतना ही नहीं सीहोर जिले में अंदर जंगलों में सागौन के नाम पर सिर्फ ठूठ ही मिलते हैं, जो बताते हैं कि किस तरह जंगलों में अवैध कटाई हो रही है.
सरकार बनते ही शुरु किया पौधारोपण:मुख्यमंत्री पिछले 2 साल से लगातार पौधे लगा रहे हैं. नर्मदा जयंती पर संकल्प लिया था और 19 फरवरी को पूरे मंत्रीमंडल के साथ पौधारोपण किया. 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती के दिन सीएम शिवराज ने प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प लिया था. 2 साल पूरे होने पर उन्होंने अपने सभी मंत्रियों के साथ भोपाल एयरपोर्ट स्थित रामबन में पौधे लगाएं. इस दौरान अलग-अलग प्रजाति के कुल 750 पौधे लगाए गए. एमपी के अलावा अन्य राज्यों में 40 से अधिक पौधे लगाएं है. दो सालों में सीएम 2200 से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं.
रिपोर्ट में ऑकड़े:स्टेट ऑफ फॉरेस्ट की वर्ष 2009-10 और वर्ष 2021-22 की रिपोर्ट से पता चलता है कि, 2009-10 में राज्य में अति सघन, सघन और खुला वनक्षेत्र 77,700 वर्ग किमी था. जो वर्ष 2021-22 में घटकर 77,493 वर्ग किमी रह गया. यानी 12 साल में 207 वर्ग किमी जंगल घट गया. ऐसा तब हो रहा है. जब हर साल करोड़ों पौधारोपण होने का दावा किया जाता है. आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2009 में 7 लाख 47 हजार, वर्ष 2010 में 6 लाख 60 हजार और वर्ष 2011 में 7 लाख 4 हजार पौधे रोपे गए. साल 2020-21 में वन विभाग ने 3 करोड़ 86 लाख से ज्यादा और साल 2021-22 में 3 करोड़ 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए.