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भोपाल में 1891 उद्योग इकाइयों से 50,000 युवाओं को मिलेगा रोजगार - उद्याोग इकाइयों का उद्घाटन

एमपी के भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश में 1891 सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि इन इकाइयों से 50,726 युवाओं को रोजगार मिलेगा.

cm shivraj singh chauhan inaugurated
सीएम ने किया लोकार्पण

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Published : Apr 8, 2021, 3:50 PM IST

Updated : Apr 8, 2021, 3:56 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण काल के विपरीत समय में प्रदेश में उद्योगों को लगातार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश में 1891 सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थापित हो रहीं इन इकाइयों से 50,726 युवाओं को रोजगार मिलेगा. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक इकाइयों में बिजली की दरों पर लगने वाले ब्याज की राशि में सरकार उन्हें राहत देगी.

50,726 युवाओं को रोजगार मिलेगा.

सीएम की अपील युवा अपने धंधे स्थापित करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों को सरकारी क्षेत्र में नौकरी नहीं दी जा सकती. सरकार का फोकस उद्योगों को बढ़ावा देने का है. प्रदेश सरकार प्रदेश की अधोसंरचना को विकसित करने के लिए कई दिशाओं में काम कर रही है. सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योगों से ही आता है. बड़े उद्योगों में रोजगार सीमित संख्या में ही पैदा होते हैं. बड़े उद्योगों की उपयोगिता से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछाना हमारा सपना है. मुख्यमंत्री ने कहा खरगोन और बालाघाट में चल रहीं कई छोटी इकाइयां विदेशों तक में निर्यात कर रही हैं. मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की है की छोटे-छोटे उद्योग धंधे स्थापित करने करने के बारे में गंभीरता से सोचें.

एमपी के सभी शहरों में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक फुल लॉकडाउन

जल्द आएगी नई एमएसएमई और क्रय नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 30 दिन के अंदर सभी परमीशन सरकार दे रही है. इसमें यदि कोई परेशानी आएगी तो सरकार उन्हें दूर करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की जा रही नई एमएसएमई नीति पूरी तरह से उद्योग हितैषी होगी. साथ ही क्रय नीति भी बनाई जा रही है. नई कलस्टर विकास नीति में प्रावधान किया जा रहा है कि उद्योग अपनी सुविधा के अनुसार कलस्टर तैयार कर सकेंगे. इसके लिए सरकार प्रावधान करने जा रही है. एमएसएमई इकाइयों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ जोड़ा जा रहा है.

Last Updated : Apr 8, 2021, 3:56 PM IST

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