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वेबिनार में बोले सीएम शिवराज, कहा- बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं, कौशल भी सिखाएं

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के वेबिनार में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस करने की बात कही. उन्होंने कहा कि केवल किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं है, कौशल भी सिखाएं.

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Published : Aug 10, 2020, 4:26 PM IST

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आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के वेबीनार में आज मुख्यमंत्री शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप बनाने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर आयोजित वेबिनार में आज शामिल हुए, सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि शिक्षा के तीन महत्वपूर्ण उद्देश्य होते हैं ज्ञान देना, कौशल देना और नागरिकता के संस्कार देना.

आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के वेबिनार में आज मुख्यमंत्री शिवराज

सीएम ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए पहला सुख निरोगी काया होती है यानी शरीर का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. शिक्षा जीने की कला सिखाती है तो स्वास्थ्य जीवन देता है. शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, शिक्षा ऐसी हो जिसमें भावी जीवन की तैयारी हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था में व्हाट टू थिंक की जगह हाउ टू थिंक पर फोकस होना चाहिए.

सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कक्षा 6 से हमको हाथों में कौशल देने का काम शुरू करना है. छोटी उम्र में बच्चों को सिखाया जा सकता है. हम बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ काम करना भी सिखाएं. केवल किताबी ज्ञान नहीं, कौशल भी सिखाएं.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि #COVID19 ने हमें स्वास्थ्य के बारे में काफी जागरूक किया है. हमारा कोई भी अस्पताल बिना डॉक्टर व सुविधा के न रहे. अस्पतालों में उपचार व जांच की सभी सुविधाएं और संसाधन भी हों. दवाओं के साथ-साथ सर्जिकल उपकरण भी मध्यप्रदेश में बनें.

सीएम ने कहा कि नई शिक्षा देश की आजादी के बाद भारत की ऐसी शिक्षा नीति होगी जो जीवनमूल्यों की आधारशिला तैयार करने से लेकर विश्वशिखर पर प्रतिस्पर्धा तक जाएगी. यह समाज के अंतिम छोर तक बैठे छात्र तक पहुंच बनाएगी. यह भारत को ज्ञान के क्षेत्र में महाशक्ति बनाने के लिए बड़ी पहल है.

शिवराज सिंह ने कहा कि ढाई करोड़ बच्चे जो ड्रॉप आउट होते हैं, नई ​शिक्षा नीति के तहत उन्हें भी ऐसा करने से रोका जाएगा. कक्षा 6 से ही व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाएगा. जब बच्चा स्कूली शिक्षा से बाहर निकलेगा तो उसे भटकना नहीं पड़ेगा, उसके हाथों में कौशल होगा.

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