भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप बनाने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर आयोजित वेबिनार में आज शामिल हुए, सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि शिक्षा के तीन महत्वपूर्ण उद्देश्य होते हैं ज्ञान देना, कौशल देना और नागरिकता के संस्कार देना.
सीएम ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए पहला सुख निरोगी काया होती है यानी शरीर का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. शिक्षा जीने की कला सिखाती है तो स्वास्थ्य जीवन देता है. शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, शिक्षा ऐसी हो जिसमें भावी जीवन की तैयारी हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था में व्हाट टू थिंक की जगह हाउ टू थिंक पर फोकस होना चाहिए.
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कक्षा 6 से हमको हाथों में कौशल देने का काम शुरू करना है. छोटी उम्र में बच्चों को सिखाया जा सकता है. हम बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ काम करना भी सिखाएं. केवल किताबी ज्ञान नहीं, कौशल भी सिखाएं.