भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. आलम यह है कि प्रदेश के लगभग सभी डैम के गेट खोल दिए गए हैं. अतिवृष्टि और बाढ़ पर जानकारी देते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ आई है. जिसके चलते कई गांव जलमग्न हो गए हैं. वहीं रायसेन और सीहोर में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. सीएम शिवराज का कहना है कि लोगों की जान बचाने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. अब तक 170 राहत शिविर में 9 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं, लेकिन सीएम ने अभी भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
नर्मदा नदी के दोनों तरफ होशंगाबाद और रायसेन जिले में पानी ने तबाही मचाई है, लेकिन सब के सम्मिलित प्रयास से 12 जिलों के 454 गांव में 7 हजार से अधिक लोगों को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया है. 40 गांव से लगभग 12 लोगों को अभी और निकाला जाना है. जिसको लेकर सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. सीएम ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचा रहे हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के हालातों को लेकर रक्षा मंत्री से भी बात की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बाढ़ के हालातों के बारे में जानकारी दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी ने भी हर संभव मदद का भरोसा दिया है.