भोपाल।सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने और योजना से जुड़ी शिकायतों को लेकर सीएम शिवराज सिंह एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने संबधित अधिकारियों को साफ-साफ संकेत दिए हैं कि विभाग वार योजनाओं की समीक्षा करेंगे और उनकी जमीनी हकीकत जानने के लिए सड़कों पर भी उतरेंगे. इसकी शुरुआत शिवराज अब कमलनाथ सरकार के समय बंद हुई समाधान ऑनलाइन की बैठक से करने जा रहे हैं. इसके तहत जिलों में पेंडिंग शिकायतों और समस्याओं को लेकर सीएम शिवराज कलेक्टर से चर्चा करेंगे, साथ ही यह तय किया गया है कि सीएम हर सोमवार विभाग वार चर्चा करेंगे.
विभाग वार होगी समीक्षा बैठक
उपचुनाव के बाद पहली कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों को नसीहत दे चुके हैं कि सभी मंंत्री अपने विभागों के काम को गंभीरता से लें. सीएम ने याद दिलाते हुए कहा कि आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप तय हो गया है. इसलिए मंत्री विभाग वार प्राथमिकताएं तय करें. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हर विभाग की रेटिंग तय की जाएगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, हर सोमवार को विभाग वार समीक्षा करेंगे.
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की कोशिश है कि हर सोमवार को कम से कम 2 विभागों की समीक्षा बैठक की जाए. इस समीक्षा बैठक में विभागीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे. मीटिंग में विभागीय अधिकारी योजना वार प्रजेंटेशन प्रस्तुत करेंगे और उनकी मौजूदा स्थिति की जानकारी देंगे. आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोडमैप के आधार पर रणनीति तय की जाएगी. इसके हिसाब से ही आगामी बजट में भी प्रावधान किए जाएंगे. बताया जा रहा है कि इसकी शुरुआत राजस्व विभाग से होगी. इसके बाद लोक निर्माण विभाग, स्कूल शिक्षा और ऊर्जा से दूसरे विभागों की समीक्षा की जाएगी.