भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में उत्तरप्रदेश के हाथरस गैंगरेप जैसी स्थिति देखने को मिली. जहां पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं इस मामले में सीएम शिवराज ने कड़ी नाराजगी जताते हुए एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं.
नाबालिग की मौत और अंतिम संस्कार मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. जहां मुख्यमंत्री ने एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं.घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई है. सीएम शिवराज ने कहा कि भोपाल में बेटी को हम बचा नहीं पाए, यह साधारण घटना नहीं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
प्यारे मियां नाबालिग यौन शोषण मामले में बुधवार को एक नाबालिग की मौत हो गई थी. जिसके बाद यूपी के हाथरस गैंगरेप जैसी स्थिति देखने को मिली. पीड़िता के मौत के बाद गुरुवार को पुलिस शव को हमीदिया अस्पताल से सीधे भदभदा विश्राम घाट ले गई. जहां पुलिस की निगरानी में विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. प्यारे मियां नाबालिग यौन शोषण मामले में पीड़िता ही फरियादी भी थी. पीड़िता के परिजन घर पर बेटी के शव का इंतजार कर रहे थे. लेकिन पुलिस उन्हें शव सौंपना ही नहीं चाहती थी.
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