भोपाल। प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई गई शराब नीति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई तरह के सवाल उठाए हैं. विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर शराब को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है. वहीं देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्र के जरिए शिवराज सिंह को जवाब दिया है. क्योंकि शिवराज सिंह चौहान ने भी शुक्रवार सुबह सीएम कमलनाथ को नई शराब नीति को लेकर पत्र लिखा था.
सीएम कमलनाथ ने जवाब देते हुए साफ कर दिया है कि नई शराब की दुकानें प्रदेश में फिलहाल तो नहीं खुलेंगे. लेकिन जो नई नीति लाई गई है, उससे शराब माफिया पर नियंत्रण जरूर हो जाएगा. उन्होंने इस पत्र के माध्यम से तत्कालीन शिवराज सरकार के कार्यकाल पर भी निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि शिवराज सरकार के समय सबसे ज्यादा शराब की दुकान खोली गई हैं.
सीएम ने पूर्व सीएम को लिखा पत्र
जनता के बीच भ्रम फैला रहे शिवराज
राज्य सरकार माताओं और बहनों की सुरक्षा नागरिकों की स्वास्थ्य और युवाओं के अच्छे भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है. यह कहना आधारहीन है कि नई आबकारी नीति में उप दुकान खोलने के प्रावधान से नई शराब की दुकानें खुल रही हैं. यह जनता के बीच में भ्रम फैलाने की घृणास्पद राजनीति है. सीएम ने लिखा कि नई नीति से प्रदेश में शराब की दुकानें नहीं बढ़ेगी, बल्कि अवैध व्यापार करने वाले माफिया पर सख्ती से अंकुश लगेगा. 15 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने नई आबकारी नीति की सत्यता जानने की बजाय जो अनर्गल प्रलाप किया है. उससे साफ है कि वे सिर्फ प्रचार पाने के लिए असत्य और भ्रामक बातें कर रहे हैं. सच यह है कि उनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा शराब की दुकानें खोली गई हैं.
सीएम द्वारा लिखे पत्र की प्रति
शिवराज पहले अधिसूचित नीति का करें अध्ययन
सीएम ने पूर्व सीएम को लिखे पत्र में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह सत्य है की उप दुकान नीति के कारण दो हजार से ढाई हजार नई शराब दुकानें खुलने जा रही हैं. वह दुकान खोलने के संबंध में अधिसूचित नीति का अध्ययन किए बगैर ऐसा कहना जनता को गुमराह करना है. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्रामीण क्षेत्र में उप-दुकान तभी खोली जा सकती है, जब दो मूल शराब दुकानों के बीच कम से कम 10 किलोमीटर की दूरी हो. इसी प्रकार, नगरीय क्षेत्र में उप-दुकान खोलने के लिए मूल शराब दुकानों के बीच न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर होना चाहिए. ये उप-दुकानें सरकार द्वारा नहीं खोली जाएंगी. लायसेंसी यदि चाहे तो प्रतिबंध के अधीन अतिरिक्त वार्षिक मूल्य जमा कर उप-दुकान खोल सकता है.
शिवराज सरकार से समय खुलीं ज्यादा दुकानें
मुख्यमंत्री ने पत्र में जानकारी दी कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंतिम वित्तीय वर्ष 2003-04 में देशी शराब की प्रदेश में 2221 दुकानें थीं. जो बीजेपी शासन काल में बढ़ते हुए वर्ष 2010-11 में 2770 हो गईं. इसी तरह विदेशी शराब की दुकानें 2003-04 में 581 थीं, जो साल 2010-11 में 916 हो गईं है. इससे स्पष्ट है 2003-04 में देशी/विदेशी शराब दुकानों की संख्या प्रदेश में 2792 थीं. जो शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में बढ़कर 3683 हो गईं.