भोपाल। लोकसभा चुनाव की करारी हार के बाद अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने स्तर पर 29 लोकसभा सीटों की समीक्षा की शुरु कर दी है. इसकी शुरुआत उन्होंने छिंदवाड़ा संसदीय सीट से की है. पदाधिकारियों से चर्चा के बाद उन्होंने सांसद नकुल नाथ को 2 दिन छिंदवाड़ा में रहने के निर्देश दिए हैं. वहीं उन्होंने छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के निष्क्रिय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की सूची भी मंगाई है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की इस पहल की जमकर सराहना की है.
हार पर कमलनाथ ने किया मंथन तो कांग्रेस ने कहा निभा रहे हैं परंपरा
अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने स्तर पर 29 लोकसभा सीटों की समीक्षा की शुरु कर दी है. इसकी शुरुआत उन्होंने छिंदवाड़ा संसदीय सीट से की है. मप्र कांग्रेस ने मुख्यमंत्री की इस पहल की जमकर सराहना की है.
समीक्षा बैठक में जहां कई पदाधिकारियों ने इलाके के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की निष्क्रियता की बात उठी. तो पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और सांसद नकुल नाथ के प्रतिनिधि के तौर पर किसी व्यक्ति की नियुक्ति की मांग की है. ऐसे में सीएम कमलनाथ ने तय किया है कि सांसद नकुलनाथ हफ्ते में 2 दिन छिंदवाड़ा में रहेंगे. वहीं उन्होंने निष्क्रिय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सूची भी मंगाई है. छिंदवाड़ा के बाद अब अन्य संसदीय सीटों की भी समीक्षा की जाएगी.
कांग्रेस की पुरानी परंपरा हैः पंकज चतुर्वेदी
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि किसी भी चुनाव परिणाम के बाद हार हो या जीत, समीक्षा कांग्रेस पार्टी की पुरानी परंपरा रही है. सभी राजनीतिक दल हार और जीत की समीक्षा करते हैं. मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के नेता हैं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं. तो इस नाते उनका दायित्व है कि कांग्रेस पार्टी के लोकसभा चुनाव परिणामों की समीक्षा की जाए. पंकज ने कहा कि उन्हें लगता है कि प्रक्रिया की सही शुरुआत की गई है, इसके लिए छिंदवाड़ा सर्वश्रेष्ठ सीट है. क्योंकि मुख्यमंत्री वहां 40 साल तक सांसद रहे हैं और क्षेत्र की रग-रग से वाकिफ हैं. वहां की कमियों को पहचान कर उस आधार पर प्रदेश भर की लोकसभा सीटों की समीक्षा करना सरल और सहज होगा.