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सीएम ने स्वास्थ्य आयुक्त को किया बर्खास्त, फैज अहमद किदवई को अतिरिक्त प्रभार - Commissioner Hajela dismissed

कोरोना वायरस की गंभीर परिस्थितियों में आयुक्त स्वास्थ्य प्रतीक हजेला की लापरवाही से नाराज सीएम शिवराज ने उन्हें उनके पद से तत्काल हटा दिया है. वहीं उनके स्थान पर प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.

CM dismisses Health Commissioner Hajela
सीएम ने स्वास्थ्य आयुक्त हजेला को किया बर्खास्त

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Published : Apr 2, 2020, 9:06 AM IST

भोपाल|प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है. सीएम शिवराज ने कुछ दिनों पहले ही सभी अधिकारियों को कहा था कि किसी भी प्रकार की लापरवाही ना की जाए, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी कारण सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा कदम उठाते हुए आयुक्त स्वास्थ्य प्रतीक हजेला को उनके पद से तत्काल हटा दिया है. अब उनकी जगह पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को यह प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है.

सीएम ने स्वास्थ्य आयुक्त हजेला को किया बर्खास्त

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस से बचाव की समीक्षा बैठक के बाद हजेला को तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे. साथ ही यह भी हिदायत दी कि किसी भी सूरत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. हजेला मूल रूप से भोपाल के ही हैं. वे असम-मेघालय कैडर के 1995 बैच के आईएएस अफसर हैं और असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के समन्वयक थे. उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार ने तीन साल के लिए मध्य प्रदेश प्रतिनियुक्ति पर भेजा था.

हजेला खिलाफ थे दो प्रकरण दर्ज

एनआरसी के अंतिम सूची में लगभग 19 लाख लोगों के नाम सूची में नहीं होने की वजह से काफी विवाद हुआ था और पुलिस ने हजेला के खिलाफ दो प्रकरण भी दर्ज किए थे. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को उन्हें प्रतिनियुक्ति पर भेजने के निर्देश दिए थे. केंद्र सरकार ने हजेला की सेवाएं तीन साल के लिए मध्यप्रदेश को सौंपी थी. बुधवार को मंत्रालय में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के उपायों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री आयुक्त, स्वास्थ्य की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट नजर आए.

बताया जा रहा है कि आयुक्त, स्वास्थ्य को जिस सक्रियता के साथ कोरोना संकट के दौरान प्रबंधन करना था, उसमें कमी महसूस की जा रही थी. स्वास्थ्य विभाग को जो संसाधन अभी तक जुटा लेने थे, उसमें अपेक्षित गति नहीं आई.

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