भोपाल। केन्द्र सरकार द्वारा भिंड में सैनिक स्कूल खोले जाने की स्वीकृति के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने रक्षा मंत्री से भवन को किराए के भवन में शुरू कराए जाने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री ने दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक स्कूल के लिए भवन तैयार नहीं होता तो किराए के भवन में स्कूल चलाने की अनुमति दी जाए.
रक्षा मंत्री से मिले सीएम शिवराज
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने आज दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुताबिक मुलाकात के दौरान उन्होंने रक्षा मंत्री से एक बार फिर सैनिक स्कूल खोलने की मांग की है. प्रदेश के चंबल और ग्वालियर क्षेत्र के जवान बड़ी संख्या में सेना में भर्ती होकर देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं. ग्वालियर चंबल क्षेत्र का गौरवशाली इतिहास है, इसलिए चंबल की धरती पर सैनिक स्कूल खोलने की मांग की थी. सीएम ने बताया कि स्कूल के भवन के लिए जमीन का आवंटन हो रहा है. जब तक भवन तैयार नहीं हो जाता, तब तक किराए के भवन में स्कूल चलाने की अनुमति मांगी है.
डीआरडीई के लिए 56 हेक्टेयर जमीन आवंटित
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट (DRDE) के लिए 56.685 हेक्टेयर भूमि निशुल्क आवंटित कर दी गई है. यह भूमि ग्वालियर के महाराजपुर क्षेत्र में आवंटित की गई है. भिंड के मालनपुर में खुलने जा रहा सैनिक स्कूल प्रदेश का दूसरा सैनिक स्कूल होगा. प्रदेश में 1962 में रीवा में सैनिक स्कूल स्थापित किया गया था. देश भर में संचालित सैनिक स्कूलों में भिंड का 26वां स्कूल होगा. तत्कालीन सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद ने फरवरी 2016 में सैनिक स्कूल का ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से करवाई थी.