भोपाल। चिरायु अस्पताल के डॉक्टर का मरीजों से अभद्र व्यवहार और उनको आयुष्मान कार्ड में उपचार के लिए मना करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त शब्दों में कहा है कि निजी अस्पताल आयुष्मान कार्ड से इलाज से इंकार नहीं कर सकते हैं. जो आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने से मना करेगा, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि बाद में इस पूरे घटनाक्रम पर चिरायु अस्पताल के संचालक अजय गोयनका ने सफाई भी दी है.
24,807 कोविड मरीजों का नि:शुल्क इलाज
सीएम ने कहा कि प्रदेश में 24,807 कोविड मरीजों को शासकीय और निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा है. इसमें 17,377 का सरकारी अस्पतालों में 2,584 मरीजों का अनुबंधित अस्पतालों में और 4,856 मरीजों का मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत संबद्ध निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है. प्रदेश में 441 निजी निजी अस्पताल योजना के अंतर्गत संबद्ध किए गए हैं.
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पोस्ट कोविड केअर पर ध्यान देने के निर्देश
सीएम ने कहा कि जिलों में सख्ती से कोरोना संक्रमण रोकने, अस्पतालों में कोरोना उपचार की उत्कृष्ट व्यवस्था के साथ ही पोस्ट कोविड केयर पर भी पूरा ध्यान दिया जाए. पोस्ट कोविड दुष्प्रभाव होने पर, जो मरीज होम आइसोलेशन या कोविड केयर सेंटर्स में हैं, उन्हें इलाज की आवश्यकतानुसार अस्पतालों या पोस्ट कोविड सेंटर्स में भर्ती किया जाए.
ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख का जुर्माना
सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम हुआ है, परंतु हमें थोड़ी भी असावधानी नहीं बरतना है. हर व्यक्ति मास्क लगाए, एक दूसरे के बीच दूरी रखे साथ ही कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करे. सीएम ने बताया कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क न लगाने, कोरोना कर्फ्यू का पालन न करने आदि पर कार्रवाई की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है.
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