भोपाल। कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है, जिससे बचने के लिए एहतियातन सावधानी बरती जा रही है, भोपाल में मुख्य सचिव एम गोपाल रेड्डी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए सभी कलेक्टरों से बात की. मुख्य सचिव ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने पर जोर दिया. कोरोना वायरस का असर मध्यप्रदेश में भी दिखाई देने लगा है. हालांकि, अभी तक कोरोना वायरस से पॉजिटिव एक भी मरीज अभी तक सामने नहीं आया है. जितने भी संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, उन सभी मरीजों की रिपोर्ट अब तक नेगेटिव आई है.
मुख्य सचिव ने की वीडियो कॉफ्रेसिंग जिस तरह से देश में कोरोना वायरस धीरे-धीरे अपना असर दिखा रहा है और मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. उससे प्रदेश की चिंता भी बढ़ गई है. यही वजह है कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार प्रशासनिक अमला भी इस संक्रमण को रोकने के लिए लामबंद हो गया है. मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमण को रोकने वाली गतिविधियों की समीक्षा की. जहां उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि इस संक्रमण को रोकने के लिए स्थानीय परिवेश के अनुरूप नवाचार किए जाएं, जिससे किसी भी हाल में इस वायरस को प्रदेश में फैलने से रोका जा सके, लोगों को जागरूक किया जाए. साफ-सफाई रखने और बार-बार हाथ धोने के लिए भी प्रेरित किया जाए.
भीड़ कम रखने का करें प्रयास
सीएस ने कहा कि सभी कलेक्टर कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिये स्थानीय परिस्थिति और परिवेश के अनुरूप उपाय व नवाचार करें. इस चुनौती का सामना स्वयं जागरुक रहकर, व्यापक स्तर पर जागरुकता अभियान चलाकर और सतत निगरानी रखकर किया जा सकता है. रेड्डी ने कहा कि मैदानी स्तर पर बचाव के उपायों को अपनाने के लिये जनसामान्य को प्रेरित करें. जनसामान्य की परस्पर सहमति से सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में भीड़ कम रखने के प्रभावी प्रयास करें.
स्टेट पोर्टल फॉर कोविद-19 मॉनिटरिंग'
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की निरंतर स्क्रीनिंग की जा रही है. संक्रमण से बचाव के उपाय व अद्यतन स्थिति की जानकारी के लिये 'स्टेट पोर्टल फॉर कोविद-19 मॉनीटरिंग' विकसित किया गया है. निजी चिकित्सालयों का भी सहयोग लिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जनसामान्य को रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने वाले खान-पान तथा उपयोगी दवाओं का सेवन करने को प्रोत्साहित करने की सलाह दिया जाना आवश्यक है. सूचना, शिक्षा तथा संचार के उपयोग से ही संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयासों में जनसामान्य को भागीदार बनाया जा सकता है.