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कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, कलेक्टर्स से की बात

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की. जिसमें सभी जिले के कलेक्टर से कोरोना की स्थिति की जानकारी ली.

Chief Minister's review meeting regarding Corona in bhopal
कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक

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Published : Jun 3, 2020, 10:58 AM IST

भोपाल। राज्य में कोरोना नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को बाजारों पर निगाह रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही लोगों से भी अपील की है कि वे जब बाहर निकले तो पूरी सावधानी बरतें और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें. मुख्यमंत्री ने जबलपुर, राजगढ़, इंदौर, उज्जैन जिलों की विस्तृत समीक्षा की गई है.


समीक्षा बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लॉकडाउन 5 में दुकानों के खुलने पर बहुत भीड़ एकत्र न हों और सभी सावधानियां जरूरी बरती जाएं. इस बारे में सभी दुकानदार, आम नागरिक और नगर निगम सहित संबंधित सरकारी विभाग विशेष ध्यान रखें. इस बारे में कलेक्टर्स को भेजे जा रहे विस्तृत निर्देश भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप तैयार किये गये हैं. इनका कलेक्टर्स द्वारा पालन सुनिश्चित कराया जाये. सार्वजनिक क्षेत्रों में फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है. हैण्ड सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था भी दुकानों के पास उपलब्ध करवाई जाये.



प्रदेश का रिकवरी रेट बढ़कर 62 हुआ
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाजारों के खुलने से नागरिकों की आवाजाही बढ़ना स्वाभाविक है. इसके साथ ही सभी आवश्यक उपायों से कोरोना वायरस पर नियंत्रण का कार्य लगातार होना चाहिए. स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में कुल 8 हजार 420 कोरोना पॉजिटिव केस पाये गये हैं. अब तक 5 हजार 221 रिकवर हो चुके हैं. एक्टिव केस 2 हजार 835 हैं. प्रदेश का रिकवरी रेट 62 प्रतिशत है, जबकि देश का रिकवरी रेट 48.1 प्रतिशत है.

सीएम ने जबलपुर के संबंध में समीक्षा के दौरान कहा कि जबलपुर में 20 मार्च को प्रथम कोरोना पॉजिटिव की जानकारी प्राप्त हुई थी. जिले में नियंत्रण अच्छा रहा, लेकिन किसी भी स्थिति में रोग को छिपाने का कार्य नहीं होना चाहिये. जिले में हुई 10 मृत्यु के संबंध में मुख्यमंत्री ने प्रकरणवार जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ प्रकरण में रोगी के अस्पताल में रहने की अवधि एक या दो दिन है. इसका अर्थ है रोगी की पहचान के कार्य में विलंब हुआ है. इस तरह का विलंब नहीं होना चाहिये.

राजगढ़ पर बैठक में हुई आधा घंटा चर्चा
सीएम ने राजगढ़ जिले में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा करते हुये पूछा कि क्या सर्वे दल अभी भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं. बाहर से आये श्रमिकों की स्क्रीनिंग की क्या व्यवस्था है. इस पर कलेक्टर ने बताया कि जिले में 1600 श्रमिक बाहर से आये थे, जिनकी क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई. जिले में कुल 60 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं. कुल 06 कंटेनमेंट एरिया बनाये गये हैं, जिनसे 18 हजार 220 आबादी कवर हो रही है. जिले में 23 फीवर क्लीनिक संचालित हैं. फ्लू ओपीडी में 587 रोगी आये, जिनमें से 244 को लक्षणों के आधार पर होम क्वारेंटाइन का परामर्श दिया गया. बता दें कि राजगढ़ जिले में अब तक 13 पॉजिटिव रोगी पाये गये हैं.

संभल रहा है मालवा अंचल
समीक्षा के दौरान बताया गया कि इंदौर और उज्जैन में स्थिति में सुधार हो रहा है. राज्य शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के मुकाबले अस्पतालों में रोगी संख्या काफी कम है. सीएम के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने दो दिन मालवा अंचल में रहकर कोरोना वायरस नियंत्रण के लिये अस्पतालों का निरीक्षण और व्यवस्थाओं के अवलोकन का किया . इंदौर में अब तक 37 हजार 965 टेस्ट हुये हैं, जिनमें 3570 पॉजिटिव पाये गये. इनमें 2029 रिकवर हो गए हैं.वहीं उज्जैन में अब तक 6906 टेस्ट हुये हैं, जिनमें 692 पॉजिटिव पाये गये हैं. प्रतिदिन पॉजिटिव रोगी की संख्या कम भी हो रही है. मंगलवार को इंदौर जिले में 31 और उज्जैन जिले में 4 पॉजिटिव रोगी पाये गये हैं.

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