भोपाल।महाराष्ट्र के औरंगाबाद में शुक्रवार सुबह हुए रेल हादसे में मध्य प्रदेश के 16 प्रवासी मजदूरों की मौत के मामले में केंद्र सरकार के द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मजदूरों से अपील की है, कि वह थोड़ा संयम बरतें और पैदल मार्ग से आने का प्रयास ना करें. सभी मजदूरों को वापस प्रदेश लाने के लिए सरकार सभी तरह की व्यवस्था कर रही है. इस हादसे में जो मजदूर घायल हुए हैं, उनके उपचार की व्यवस्था भी सरकार के माध्यम से की जा रही है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहायता केंद्र में करें फोन
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे प्रदेशों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूरों से अपील की है कि, वे चिंता न करें. उनकी मध्यप्रदेश सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी. वे धैर्य रखें, पैदल ना चलें तथा प्रदेश के कंट्रोल रूम पर संपर्क कर अपनी जानकारी दें. सीएम ने कहा हम आपको प्रदेश वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुख्यमंत्री ने अन्य प्रांतों में फंसे मजदूरों से अपील की है कि कंट्रोल रूम 0755-2411180 को अपने बारे में सूचना दें, तथा रजिस्ट्रेशन कराएं और इंतजार करें. शीघ्र ही आपको मध्यप्रदेश वापस लाने की व्यवस्था की जाएगी.
अब तक लाए गए 1 लाख 25 हजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि, विभिन्न प्रदेशों में फंसे मध्यप्रदेश के 1 लाख 25 हज़ार मजदूरों को प्रदेश वापस लाया गया है. उन्हें लाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है, 11 ट्रेन मजदूरों को लेकर मध्यप्रदेश आ गई हैं, आज 10 ट्रेन आ जाएंगी तथा अन्य 40 ट्रेनें भी तैयार हैं. वे निर्धारित कार्यक्रम अनुसार विभिन्न प्रदेशों से मजदूरों को लेकर मध्यप्रदेश आएंगी. मजदूरों को आने का कोई किराया नहीं चुकाना है. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा रेल का किराया भारत सरकार को दिया जा रहा है.
मंत्री कर रहीं हैं व्यवस्था
सीएम ने कहा कि, महाराष्ट्र में हुई दुर्घटना से मन अत्यंत व्यथित एवं दुखी हुआ है. हमारे 16 मजदूर भाई पैदल चल कर वापस आ रहे थे जो रेलवे ट्रैक पर सो गए. रेल हादसे में उनकी मृत्यु अत्यंत दु:खद है. हमने तुरंत अपनी मंत्री मीना सिंह को अधिकारियों की टीम के साथ औरंगाबाद भिजवाया है. मीना सिंह वहां जाकर सारी व्यवस्थाएं कर रहीं हैं. दिवंगत मजदूरों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है, तथा रेल मंत्री से भी उन्हें सहायता देने का आग्रह किया गया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से चर्चा कर अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. दिवंगत मजदूरों के पार्थिव शरीर को ट्रेन के माध्यम से जबलपुर लाया जाएगा, यहां से एंबुलेंस की मदद से उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा.