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मुख्यमंत्री ने कोरोना को लेकर की समीक्षा बैठक, 22 को सरपंचों से करेंगे संवाद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्हों ने कई अहम निर्देश दिए हैं.

Chief Minister reviews meeting regarding Corona
प्रदेश में कोरोना संक्रमित क्षेत्रों की संख्या में आयी कमी

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Published : May 21, 2020, 8:34 AM IST

भोपाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं को लेकर वीडियो के कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने रेड जोन, ग्रीन जोन और ऑरेंज जोन को लेकर भी विस्तृत रिपोर्ट अधिकारियों से ली है. साथ ही अब तक कितने मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं और कितने मरीजों का इलाज प्रदेश के अस्पतालों में किया जा रहा है, यह सारी जानकारी ली गई है. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, एसीएस हैल्थ मोहम्मद सुलेमान आदि उपस्थित थे. बैठक में मुख्यमंंत्री ने कई अहम निर्देश दिए हैं.

प्रवासी मजदूरों का हो पंजीयन
कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, सभी प्रवासी मजदूरों का पंजीयन किया जाए. जिससे उनके जॉब कार्ड बनवाकर उन्हें मनरेगा के तहत काम दिया जा सके. पंजीयन में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया जाए कि, मजदूर कुशल है, अकुशल है, अथवा अर्द्धकुशल है. उनकी कुशलता के आधार पर उनको विभिन्न उद्योगों एवं अन्य कार्यों में नियोजित किया जाएगा. हर मजदूर को उसकी योग्यता के अनुरूप काम दिया जाएगा.

संक्रमित क्षेत्रों की संख्या में आयी कमी

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुलेमान ने बताया कि, प्रदेश में कोरोना संक्रमित क्षेत्रों की संख्या में कमी आयी है. अब ये क्षेत्र 701 हो गए हैं. प्रदेश के कुल 10 जिले संक्रमण मुक्त हैं, जिसमें कटनी, नरसिंहपुर तथा बालाघाट में कोरोना का अभी तक कोई भी प्रकरण नहीं आया है. वहीं सात जिले आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, हरदा, शहडोल तथा शाजापुर हैं. जहां कोरोना प्रकरण थे, लेकिन अब वे संक्रमण मुक्त हो गए हैं. वहीं खरगोन जिला पहले रेड जोन में था, अब ग्रीन जोन में आ गया है. जिले में कोरोना के 114 मरीज थे, जिनमें से 87 डिस्चार्ज होकर घर जा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि, आगे भी पूरी सावधानी रखी जाए, जिससे संक्रमण फैले नहीं .

कोई किसान छूटे नहीं, अन्य व्यक्ति गेहूं बेच न पाए
गेहूं उपार्जन की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जिले में यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र किसान अपना गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचने से वंचित न रहे. साथ ही कोई भी दूसरा व्यक्ति समर्थन मूल्य पर गेहूं न बेच पाए. गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि, प्रदेश में अभी तक 13 लाख 60 हजार किसानों से 98 लाख 14 हजार मीट्रिक टन गेहूं उपार्जित किया जा चुका है. इसमेंं से से 83 लाख 32 हजार मीट्रिक टन लगभग 85 प्रतिशत का परिवहन एवं भंडारण किया जा चुका है. साथ ही 10 लाख 8 हजार किसानों को 11 हजार 500 करोड़ रूपए का भुगतान भी कर दिया गया है.

कुल 4 लाख 63 हजार मजदूर वापस लौटे
प्रवासी मजदूरों के प्रदेश लौटने के विषय में अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी ने बताया कि, अभी तक ट्रेन एवं बसों के माध्यम से कुल 4 लाख 63 हजार मजदूर मध्यप्रदेश लौटे हैं. इनमें से 1 लाख 35 हजार मजदूर ट्रेनों से तथा 3 लाख 28 हजार मजदूर बसों से आए हैं. अभी लगभग 50 हजार मजदूरों की वापसी संभावित है. आज तक कुल 107 ट्रेनें मजदूरों को लेकर आयी हैं. वहीं अभी तक 125 ट्रेनों की मांग रेलवे को भिजवायी गई है. प्रदेश की सीमा पर आ रहे अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को राज्य की सीमा तक पहुंचाने के लिए 850 बसें लगायी गयी हैं .

मुख्यमंत्री 22 को सरपंचों से करेंगे संवाद
अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि 22 मई को मुख्यमंत्री वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सरपंचों से संवाद करेंगे. इस अवसर पर श्रमिक भी उपस्थित रहेंगे, जिन्हें मनरेगा के लिए जॉब कार्ड का वितरण किया जाएगा.

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