भोपाल।दुनिया की एक संस्था है, जिसका नाम इंटरनेशनल लूनर सोसायटी है. यही वो संस्था है जो चांद पर जमीन की खरीद-फरोख्त का काम कर रही है. यहीं नहीं लोगों को Lunarregistry.com के जरिए भी इसमें सफलता हासिल हो सकती है, इस वेबसाइट की मानें तो चांद पर अगर किसी इंसान को जमीन खरीदना है, तो उसकी कुल लागत 6 हजार रुपए है. यही नहीं साइबर स्पेस में तो कुछ लोग इसे 43 अमेरीकी डॉलर मे भी खरीद-बेच रहे हैं. जाहिर है अब इन लोगों का सपना धरती नहीं चांद पर बसने का है. मगर सवाल यह है कि जब इंसानी बस्ती अभी मून पर बसी ही नहीं तो प्लॉट खरीद कर करेंगे क्या? मगर जिन लोगों ने चांद पर जमीन खरीदी है उनके सपने बड़े हैं.
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ये लोग जो चांद की जमीन की प्लॉटिंग कर रहे हैं, वो उसके मालिक कब और कैसे बनें. (How To Buy Moon Land) यहां हम ये भी साफ कर देना चाहेंगे कि चांद ही क्या ब्रह्मांड के किसी भी ग्रह का मालिकाना हक किसी एक देश या इंसान का नहीं है. चंद्रमा के मालिक को लेकर हो रही बहस में सबसे अहम है, ऑउटर स्पेस ट्रीटी जिसे 1967 (What is outer Space Treaty 1967) में मंजूर किया गया. इसके तहत तय हुआ कि इंसानियत की भलाई और अंतरिक्ष में जमीन के नाम पर टकराव को टालने के लिए स्पेस में किसी भी एक देश का कोई अधिकार नहीं होगा, यह इंसानी सभ्यता की संपत्ति होगी.
चांद पर जमीन खरीदने के क्या होंगे फायदे: अगर चांद पर कभी इंसान ने बस्तियां बसाई तो उस समय यह स्कीम काफी काम की होगी. जाहिर तौर पर जो रेट इस समय धरती पर चल रहा है, उसके मुताबिक 2 BHK Flat की कीमत 36 से 40 लाख के आसपास हो सकती है. ऐसे में जो लोग अभी से चांद पर प्लॉट बुक कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि जब चांद पर इंसान बस्तियां बसाएगा तो उसकी जमीन पर मिलने वाला खनिज और तमाम बहुमूल्य वस्तूओं पर मालिकाना हक होगा और इससे करोड़ों रुपए वो कमा सकेंगे.
इन लोगों ने चांद पर खरीदी जमीन:भारत में बॉलीवुड की कई नामी गिरामी हस्तियों ने भी चांद पर जमीन खरीदी है, जिन लोगों ने चांद पर जमीन की रजिस्ट्री कराई है, उसमें विवेक ओबेरॉय, सुशांत सिंह राजपूत जिनकी अब मौत हो चुकी है, उन्होंने भी चांद पर जमीन का टुकड़ा लिया था. इसके अलावा त्रिपुरा के सुमन देबनाथ, ओडिषा के ढेंकनाल के साजन ने भी जमीन की रजिस्ट्री कराई है. 38 हजार में 5 एकड़ लैंड इनके नाम पर अलॉट है.