भोपाल। सोमवार को सीएम शिवराज सिहं ने उद्योग मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव से चाय पर चर्चा की. चर्चा खत्म होने के बाद मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव ने बताया कि कोरोना संक्रमण और सरकार की माली हालत को देखते हुए इस साल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन नहीं किया जाएगा. इसकी जगह पर उद्योग विभाग आउटरीच कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके लिए मध्य प्रदेश के अलग-अलग कलस्टर और उद्योग के संभावित क्षेत्रों के हिसाब से उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाएगा.
नहीं होगा इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन 30 दिनों में मिलेगी उद्योग स्थापित करने की अनुमती
मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव ने बताया कि प्रदेश में इंडस्ट्री फ्रेंडली माहौल बनाने के लिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत 30 दिन में परमिशन दिए जाने को लेकर तैयारी की जा रही है. उद्योग मंत्री के मुताबिक इसको लेकर कुछ और विभागों से चर्चा की जा रही है. जल्द ही इसे लागू किया जाएगा.
एयर कार्गो हब बन सकता है प्रदेश
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से प्रदेश एयर कार्गो हब बन सकता है. इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. इससे फूड प्रोसेसिंग और मध्य प्रदेश के उत्पादों को देश-विदेश तक भेजना आसान होगा. प्रदेश में चंबल और नर्मदा एक्सप्रेस वे को लेकर काम चल रहा है. इन दोनों एक्सप्रेस वे के आसपास के स्थानों पर उद्योग स्थापित करने के लिए अलग-अलग इंडस्ट्री से चर्चा की जा रही है.
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उद्योग स्थापित न करने वाली कंपनियों से वापस ली जाएगी जमीन
उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने बताया कि जमीन आवंटन के बाद उद्योग स्थापित न करने वाली कंपनियों को लेकर मुख्यमंत्री ने सख्ती दिखाई है. मुख्यमंत्री ने ऐसी भूमि को उद्योगों से वापस लेने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा प्रदेश में लैंड बैंक को लेकर काम किया जा रहा है. किसानों के साथ मिलकर नया लैंड पूल तैयार किया गया है. इसकी शुरुआत इंदौर से हुई है. इंदौर में उद्योगों के लिए लैंड पूल तैयार करने के साथ किसानों को विशेष रियायतें दी गई हैं.