भोपाल। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. अनलॉक 5 शुरू हो चुका है. जिसकी गाइडलाइन भी भारत सरकार ने जारी कर दी है. अनलॉक 5 में कई क्षेत्रों में छूट दी गई है. जिसमें 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों को खोलने की बात भी कही गई है. अब जैसे-जैसे अनलॉक में छूट दी जा रही है, वैसे-वैसे प्रदेश में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं.
वर्तमान समय की बात करें तो माध्यप्रदेश में कोरोना के एक लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं राजधानी भोपाल में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में बाज़ारों के खुलने से कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हुआ है. लॉकडाउन के बाद अनलॉक में सभी बाजार खोल दिए गए हैं. खासतौर पर कपड़ा बाजार और खाने-पीने की दुकानें पूरी तरह से खुल चुकी है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकलना शुरू हो गए हैं, जिन लोगों का बिजनेस पिछले चार-पांच माह से ठप था, वह अब अनलॉक में अपनी आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने की कोशिश में लगे हैं.
कोरोना ने घटना स्ट्रीट फूड का बिजनेस
ऐसे में कई क्षेत्रों में अनलॉक से लोगों को राहत मिली है, लेकिन अब भी कई व्यव्साय ऐसे हैं. जो अनलॉक में भी बंद पड़े हैं और आर्थिक रूप से उभर नहीं पा रहे हैं. ऐसी ही हालत भोपाल में समोसे, कचौड़ी, चाय नाश्ता बेचने वाले स्ट्रीट फूड के दुकानदारों की है. जिनका बिज़नेस कोरोना में घटकर 10% रह गया है. क्योंकि लोगों में अब भी बाहर के स्ट्रीट वेंडर पर खाने का संक्रमण का डर बना हुआ है. भोपाल के प्रमुख स्ट्रीट वेंडर में दुकानें लगाने वाले दुकानदारों का कहना है जब सब कुछ बंद था तब भूखे मरने की स्थिति आ गई थी. अब सरकार ने बाज़ारों को खोलकर हम गरीब वर्ग को बड़ा सहारा दिया है, लेकिन दुख की बात यह है कि कोरोना के मामले थमने का नाम नही ले रहे, ऐसे में ग्राहकों में स्ट्रीट फूड को लेकर डर है. ग्राहक अब 10% भी नहीं आते, जिससे बड़ा नुकसान दुकानदारों को उठाना पड़ रहा है.