मध्यप्रदेश में बस माफिया बेलगाम, यात्री जान देने को मजबूर, देखें..क्यों व कैसे खून से ऐसे लाल हो रहीं सड़कें - 12 बड़े हादसों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत
मध्यप्रदेश में सड़क हादसों से सड़के लगातार लाल हो रही हैं. यात्री बसें भी लगातार हादसे का शिकार हो रही हैं. एक साल के अंदर यात्री बसों के 12 बड़े हादसों में 100 से ज्यादा लोग मौत का शिकार हो चुके हैं. मौत का ये आंकड़ा सिर्फ बड़े हादसों का है. सरकार ने आज तक यह जानने तक की कोशिश नहीं की कि हादसों की वजह क्या है. वहीं, बसों में ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार के साथ ही ड्राइवर द्वारा मोबाइल पर बात करने से रोकने पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं देखी गई. बस माफिया बेलगाम हैं और यात्री जाने देने को मजबूर.आइए एक नजर डालते हैं मध्यप्रदेश में एक साल के अंदर हुए बड़े यात्री बस हादसों और इनके कारणों पर ..
मध्यप्रदेश में बस माफिया बेलगाम, यात्री जान देने को मजबूर
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Published : May 9, 2023, 12:16 PM IST
भोपाल।मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में मंगलवार को भीषण सड़क हादसे में 15 लोगों की मौत और 25 से 30 यात्रियों के घायल होने के बाद फिर सवाल उठ रहे हैं कि क्या सड़कें ऐसे ही लाल होती रहेंगी. हालत ये होने लगे हैं कि लोग अब बस से यात्रा करने से डरने लगे हैं. क्या वजह है कि यात्री बस हादसे सुबह ही होते हैं या फिर रात्रि के दौरान. तेज रफ्तार व खचाथच सवारियां भरने के कारण हादसे की भयावहता और बढ़ जाती है. हादसों के ये कारण सरकार के साथ ही प्रशासन के अफसर भी जानते हैं लेकिन कभी कोई एक्शन नहीं लिया जाता है. क्योंकि प्रदेश में बस माफिया के सामने सरकार लाचार नजर आती है.
ये हैं हादसों के कारण : एक साल के अंदर जितने भी बड़े यात्री बस हादसे हुए, उनमें 3 से 4 कारण प्रमुख रूप से सामने आए हैं. पहला यह कि हादसा अलसुबह ही होता है. हादसों की पड़ताल में ये बात सामने आई कि ड्राइवर को बस चलाने के दौरान झपकी आ गई. क्योंकि ड्राइवरों से बस मालिक ओवरलोडिंग तरीके के काम लेते हैं. दूसरा कारण बस की रफ्तार है. कुछ हादसों में बस की रफ्तार तेज होना भी पाया गया. वहीं तीसरा कारण बस में सवारियों को खचाखच भरना और चौथा कारण बस चालक द्वारा मोबाइल पर बात करना है.
रीवा में यात्री बस पलटी :02 मई 2023 को सतना जिले के ताला के समीप एक यात्री बस पलट गई. बस सतना जिले के ताला से सवारी भरकर रीवा की ओर आ रही थी. करीब 3 किलोमीटर तक चलने के बाद सुबह साढ़े 6 बजे बस अनियंत्रित होकर रोड के नीचे जाकर पलट गई. बस में तकरीबन 30 से अधिक यात्री सवार थे, जिसमे 15 यात्री घायल हुए. 10 घायल यात्रियों को रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया. बताया जा रहा है कि बस चालक फोन पर बात कर रहा था, जिसके कारण बस अनियंत्रित होकर पलट गई.
सागर-छतरपुर रोड पर बस हादसे की शिकार :18 फरवरी 2023 को सागर-छतरपुर मार्ग पर बस दुर्घटनाग्रस्त होने से 4 लोगों की मौत हुई. हादसे में 35 लोगों के घायल हो गए थे. ये बस इंदौर से छतरपुर जा रही थी और छानबीला थाना के निवार घाटी पर बस पलट गई. ये हादसा भी सुबह करीब 6 से 7 बजे के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गई. घायलों ने बताया है कि घाट पार करते समय बस अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसे के समय ज्यादातर यात्री नींद में थे.
ट्रक ने 3 बसों को मारी टक्कर :25 फरवरी 2023 को को सीधे जिले में दर्दनाक सड़क हादस में भी 8 लोगों की मौत हो गई थी. घटना उस समय हुई थी जब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली से बस में सवार होकर लोग लौट रहे थे. घटना के दौरान यह बसें सड़क किनारे खड़ी थीं, तभी पीछे से आए तेज रफ्तार ट्रक ने तीन बसों को पीछे से टक्कर मार दी. इसमें 13 लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हो गए थे. इसी तरह पिछले साल सितंबर माह में श्योपुर में हुई पीएम मोदी की सभा में शामिल होकर लौट रही महिलाओं की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. बस अनियंत्रित होकर एक पुलिया से टकराई और पलट गई. घटना में 10 महिलाएं घायल हुई थीं.
नदी में गिरी बस, 12 यात्री मरे :19 जुलाई 2022 को धार जिले के खलघाट में नर्मदा नदी पर सुबह दिल दहला देने वाला हादसा लोग कभी नहीं भूल सकते. संजय सेतु पुल से संतुलन बिगड़ने पर एक यात्री बस अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई थी. ये बस इंदौर से महाराष्ट्र के लिए निकली थी. बस में 12 यात्री सवार थे, सभी की हादसे के दौरान सभी की मौत हो गई. ये बस सुबह इंदौर से रवाना हुई. प्रतिदिन की तरह खलघाट में 10 मिनट का ब्रेक लेने के बाद करीब 10 बजे बस नर्मदा में गिर गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह बस रॉन्ग साइड से आ रहे एक वाहन को बचाने की कोशिश में खलघाट ब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए नर्मदा नदी में गिरी.बस में सवार कई यात्रियों ने निकलने की कोशिश लेकिन यात्री नर्मदा के बहाव में बह गए. बस में 12 यात्री सवार थे, जो इंदौर -धामनोद- खरगोन रूट से महाराष्ट्र की ओर जा रहे थे.
दीपावली पर बस में सवार 15 लोगों की मौत :22 अक्टूबर 2022 को एमपी-यूपी की सीमा को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 30 पर भीषण सड़क हादसा हो गया. इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई जबकि, 40 से ज्यादा लोग घायल है. जानकारी के बाद सोहागी पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला. घटना में घायलों को त्योंथर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बस जबलपुर से चलकर रीवा के रास्ते प्रयागराज जा रही थी. हादसा सोहागी पहाड़ में रात को हुआ. दीपावली की खुशियां मनाने सिकंदराबाद से बस में सवार होकर यात्री अपने घर लखनऊ जा रहे थे. इस बीच पहले यात्री बस कटनी पहुंची. बस में लखनऊ के लिए कटनी से और सवारियों को भरा गया. इसके बाद बस सवारियों को लेकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लिए रवाना हुई. जैसे ही बस रीवा के सोहागी पहाड़ में पहुंची तो अनियंत्रित होकर ट्रक से टकरा गई. ट्रक गिट्टी से लोड था.
बस व टवेरा की टक्कर में 11 की मौत :4 नवंबर 2022 को बैतूल जिले के झल्लार के पास रात 2 बजे बस और टवेरा की भीषण भिड़ंत हो गई. हादसे में टवेरा में सवार सभी 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए. हादसा जिला मुख्यालय से करीब 36 किलोमीटर दूर भैंसदेही रोड पर हुआ. जहां बैतूल से खाली जा रही बस और महाराष्ट्र के अमरावती के कर्मा गांव से आ रहे मजदूरों की टवेरा से भीषण भिड़ंत हो गई. इस दुर्घटना में 6 पुरुष, 3 महिलाएं, 5 साल की एक लड़की और एक अन्य बच्चे की मौत हुई है. प्राथमिक जांच से पता चलता है कि चालक को नींद आने के बाद कार बस में जा टकराई.