होशंगाबाद। जिले में सरकार ने जिला प्रशासन को शिक्षा विभाग के तहत आने वाले आवासीय स्कूलों और छात्रावासों को आइसोलेशन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए कहा है और इसी के तहत होशंगाबाद प्रशासन ने ज्ञानोदय स्कूल को अधिकृत किया है, जिससे जरूरत पड़ने पर इन आवासीय स्कूलों और हॉस्टलों को जिला प्रशासन बिना किसी अतिरिक्त लागत के आइसोलेशन सेंटर में बदल सकता है.
आइसोलेशन वार्ड के लिये बोर्डिंग स्कूलों को किया जा रहा अधिकृत, 500 बेड रिजर्व
होशंगाबाद में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने और आवश्यकतानुसार उचित इलाज करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है. वही किसी भी संकट से निपटने की तैयारी के तौर पर अब आवासीय स्कूलों व छात्रावासों को आइसोलेशन सेंटर में बदलने की तैयारी की जा रही है.
शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश के चलते आवासीय स्कूलों और हॉस्टलों में कोई छात्र नहीं रह रहे हैं और इसलिए इनका इस्तेमाल आइसोलेशन सेंटर के रूप में किया जा सकता है. ज्ञानोदय स्कूल में करीब 200 से अधिक कमरे मौजूद थे, जिनमें 500 बिस्तर लगे हुए हैं और आवासीय स्कूलों और हॉस्टलों में काफी जगह और सभी आवश्यक सुविधाएं हैं.
वही उन्होंने बताया की ये ज्यादातर घनी आबादी वाले इलाकों से दूर बने हुए हैं. इसलिए इनका इस्तेमाल आसानी से होगा. वही इमरजेंसी की स्थिति में आइसोलेशन के रूप में मरीजों को रखा जा सकता है और साथ ही बाहर से आए हुए लोगों को भी यहां ठहराने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी. जिसका जिला प्रशासन द्वारा जायजा लिया गया.