भोपाल।माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई फर्जी नियुक्ति और आर्थिक अनियमितता मामले में EOW के हाथ अभी भी खाली हैं. EOW की टीम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर बीके कुठियाला से करीब 4 बार पूछताछ कर चुकी है. इसके बावजूद भी अब तक जांच एजेंसी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई हैं.
बीके कुठियाला से 4 बार पूछताछ के बाद भी EOW के हाथ खाली हैं एमसीयू में हुई आर्थिक अनियमितताओं के मामले में फंसे पूर्व कुलपति बीके कुठियाला अब तक चार बार EOW के सामने पेश हो चुके हैं. सबसे पहले बीके कुठियाला 30 अगस्त को EOW के सामने पेश हुए थे, इस दौरान करीब 6 घंटे चली पूछताछ के बाद EOW ने कुठियाला को छोड़ दिया था. इसके बाद 11 सितंबर, 18 सितंबर और 23 सितंबर को भी कुठियाला से पूछताछ की गई.
सवालों के गोलमोल जबाब
हर बार कुठियाला ने सभी सवालों के जवाब गोलमोल दिए और नियम कानून समेत अनुमति के दस्तावेज देखने के बाद ही जांच एजेंसी के सवालों का जवाब देने की बात कहकर मोहलत लेते रहे.
हर सवाल पर आदेश संबंधी दस्तावेज की मांग
चार बार पेश होने के दौरान EOW ने सवालों की सूची तैयार कर कुठियाला से पूछताछ के लिए कमर कस रखी थी, लेकिन शुरुआती सवालों के जवाब ही कुठियाला नहीं दे पाए. लिहाजा आगे के सवालों का अब तक भी नंबर नहीं आ सका है. तमाम नियम आदेशों और अनुमति संबंधी दस्तावेजों के लिए बार- बार कुठियाला को मोहलत दी जा रही है, यही वजह है कि चार बार की पूछताछ के बाद भी EOW के हाथ कुछ भी नहीं लग सका है.
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई तक पुलिस नहीं कर सकती गिरफ्तार
कुठियाला हर बार स्वास्थ्य खराब होने का भी हवाला देते रहे हैं. लिहाजा EOW की टीम सख्ती से भी पूछताछ नहीं कर पा रही है. इधर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई की भी तारीख बढ़ गई है. तारीख बढ़ने के साथ ही कुठियाला की गिरफ्तारी पर लगी रोक की अवधि भी बढ़ गई है, जिसके चलते EOW की टीम कुठियाला को गिरफ्तार भी नहीं कर सकती है.