भोपाल। मध्यप्रदेश में शराब की उप दुकानें खोले जाने के फैसले को विरोध के बाद वापस लेने का मुद्दा अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ कि अब सरकार प्रदेश के बड़े शहरों में वुमन फ्रेंडली शराब दुकान खोलने की तरफ कदम बढ़ा रही है. आबकारी विभाग की कोशिश भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में इस तरह की एक-एक दुकान खोलने की है. इन दुकानों पर सिर्फ विदेशी ब्रांड की शराब की बिक्री होगी. बीजेपी ने इस मुद्दे पर सरकार को एक बार आड़े हाथों लिया है.
'वुमन फ्रेंडली' शराब दुकान पर बीजेपी को ऐजराज आबकारी विभाग के आला अधिकारियों के मुताबिक मुंबई, दिल्ली और दूसरे महानगरों की तर्ज पर भोपाल, इंदौर जैसे प्रदेश के बड़े शहरों में ऐसी शराब की दुकान खोलने का विचार कर रही है. जहां परिवार और महिलाएं कंफर्टेबल तरीके से शराब का सेवन कर सकें. शराब के ऐसे आउटलेट्स शहर के मॉल आदि में खोले जाएंगे, ताकि महिलाएं यहां कंफर्टेबल होकर शराब खरीद सकें.
सिर्फ विदेशी ब्रांड की मिलेगी शराब
इन आउटलेट्स पर सिर्फ विदेशी शराब की बिक्री होगी. यानी शराब के ऐसे ब्रांड जो प्रदेश में रजिस्टर्ड नहीं है, वो इन दुकानों पर उपलब्ध होंगे. शराब के ऐसे विदेशी ब्रांड अब तक प्रदेश में विक्रय नहीं होते. हालांकि सरकार ने इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है. आबकारी मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के मुताबिक अभी इसको लेकर विचार किया जा रहा है. उधर सरकार के इस फैसले को लेकर बीजेपी ने विरोध जताया है.
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश में दूध से सस्ती शराब बिक रही है. लोगों को दूध उपलब्ध नहीं हो रहा लेकिन शराब आसानी से मिल रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा वुमन फ्रेंडली शराब दुकान खोले जाने का निर्णय हमारी संस्कृति के खिलाफ है और बीजेपी प्रदेश में ऐसा नहीं होने देगी.
गौरतलब है कि शराब की उप दुकानें खोले जाने का निर्णय सरकार अपने ही मंत्रियों और विपक्ष के तीखे विरोध के बाद वापस ले चुकी है. अब देखना होगा कि आबकारी विभाग की वुमन फ्रेंडली शराब दुकान की तैयारियों पर ब्रेक लगता है या नहीं.