भोपाल। जबलपुर के एक शख्स पंडित अमित शुक्ला द्वारा ऑनलाइन zomato से खाना ऑर्डर कर डिलीवरी ब्वॉय बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं अब इस मामले में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना है कि यह कोई बहस का मुद्दा ही नहीं है. कोई व्यक्ति किसके हाथ का भोजन खाना चाहता है, यह उसकी इच्छा पर निर्भर है.
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि देश में कई अहम मुद्दे हैं जिन पर लोगों को मत देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कौन किसके यहां खाता है, किसका टिफिन खाता है यह अपनी जगह है. विधायक ने कहा कि अगर यह सब करना है कि तो फिर सामान्य कानून लाना चाहिए, जिसके बाद सब एक साथ खाएं और एक-दूसरे के नियम का पालन करें.
ZOMATO विवाद पर विधायक ने दिया बयान
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अगर कोई बड़ा मुद्दा हो जाए तो उस पर लोग बात नहीं करेंगे, लेकिन बे-फिजूल की बातों पर बहस की जा रही है. वहीं विधायक ने सख्त लहजे में कहा कि जो बातें ऑर्डर करने वाले अमित ने कही उसका अपना तर्क है और सुनने वाले का अपना ज्ञान है. उन्होंने कहा कि उसकी व्यक्तिगत इच्छा पर कोई कानूनी बाध्यता नहीं है. बीजेपी विधायक ने कहा जब राष्ट्रगान, वंदे मातरम और तिरंगा फहराने के लिए कोई कानून बाध्यता नहीं है तो फिर टिफिन खाने में कैसे हो सकती है.
गौरतलब है कि बीते दिन अमित शुक्ला ने जोमैटो से खाना ऑर्डर किया था, लेकिन जब उसे पता चला कि डिलेवरी बॉय गैर हिंदू है, तो उसने ऑर्डर कैंसिल करते हुए खाना लेने से इंकार कर दिया. हालांकि zomato ने डिलेवरी कैंसिल करने से मना कर दिया और अमित शुक्ला द्वारा मांगे गए रिफंड का भुगतान भी नहीं किया. इस मामले के बाद जोमैटो और अमित शुक्ला के बीच सोशल मीडिया पर जारी इस विवाद ने तूल पकड़ लिया है. जहां कई लोग अमित शुक्ला के समर्थन में फेसबुक और सोशल मीडिया पर मुहिम चलाकर जोमैटो को अनइंस्टॉल करने की अपील कर रहे हैं.