भोपाल। एक राज्यसभा सीट बढ़ाने और कमलनाथ सरकार गिराने के लिए भाजपा ने आनन-फानन में ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ज्वाइन तो करा दी, लेकिन अब सिंधिया के कारण ग्वालियर चंबल में भाजपा खुद कमजोर होती जा रही है. खास बात यह है कि भाजपा के लिए ये झटका सिंधिया परिवार के गढ़ गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र में लगा है.
बीजेपी के दो विधायकों के बगावती तेवर
उपचुनाव के पहले दो बीजेपी विधायकों ने बगावती तेवर दिखाकर बता दिया है कि आगामी उपचुनाव में बीजेपी की दिक्कत कम नहीं बल्कि बढ़ने वाली हैं. जिस तरह से गुना विधायक गोपीलाल जाटव ने राज्यसभा में सिंधिया की जगह कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को मतदान किया है. इससे ये साफ हो गया है कि उपचुनाव में बीजेपी की डगर काफी मुश्किल होगी.
उपचुनाव से पहले बीजेपी में भितरघात
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी पहले ही बगावती तेवर दिखा चुके हैं और किसानों की समस्याओं के नाम पर अपनी ही सरकार और शिवराज सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. इन हालातों से साफ है कि सिंधिया के कारण बीजेपी के लोग ही बीजेपी से दूरी बना रहे हैं और उप चुनाव में भारी भीतरघात की संभावना बढ़ रही है.
अनुसूचित जाति का मतदाता भाजपा के खिलाफ !
दरअसल, गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से बीजेपी में जो बगावत के स्वर उठे हैं. वह सिर्फ ग्वालियर चंबल के उपचुनाव ही नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी की पूरी मध्य प्रदेश की सियासत पर असर डालेंगे. भाजपा के दलित विधायक गोपीलाल जाटव ने राज्यसभा चुनाव में जो बगावत दिखाई है, उससे साफ हो गया है कि ग्वालियर चंबल संभाग में अनुसूचित जाति का मतदाता भाजपा के खिलाफ वोट कर सकता है.
2018 में हुए थे आहत
पार्टी के वरिष्ठ विधायकों होने के बावजूद गोपीलाल जाटव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह दिग्विजय सिंह को वोट दिया. हालांकि उन्होंने अपनी सफाई में गलती से वोट देने की बात की है, लेकिन उनके नजदीकी लोगों का कहना है कि 2018 विधानसभा चुनाव के पहले ट्रामा सेंटर को लेकर हुई सियासत में गोपीलाल जाटव ने सिंधिया के पहले ट्रामा सेंटर का उद्घाटन कर दिया था और सिंधिया समर्थकों ने उनके उद्घाटन करने के बाद ट्रामा सेंटर को गंगा जल से धोया था. इस बात से गोपीलाल जाटव काफी आहत थे और उन्होंने बदला लेने के लिए राज्यसभा चुनाव का वक्त चुना.
विधायक वीरेंद्र रघुवंशी अपनी ही पार्टी के खिलाफ
इसी तरह कोलारस के बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी पिछले दिनों किसानों की समस्या को लेकर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. उनके निशाने पर सिंधिया समर्थक सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह राजपूत थे. जहां तक वीरेंद्र रघुवंशी की बात करें, तो वीरेंद्र रघुवंशी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. बताया जाता है कि कांग्रेस छोड़ने की वजह सिंधिया ही थे और सिंधिया से मनमुटाव के कारण उन्होंने भाजपा का दामन थामा था. भाजपा में इस तरह के बगावती तेवर से साफ है कि आगामी उपचुनाव में बीजेपी के लिए अपनों से ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
सिंधिया के आने से बीजेपी में खलबली
इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रसाद प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत का कहना है कि गुना से पूर्व सांसद रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया जिसे अपना गढ मानते हैं, उस घर में बड़ी सेंध लग चुकी है. आज भाजपा के विधायक गोपीलाल जाटव ने क्रास वोटिंग कार्ड पार्टी को बता दिया है कि वह सिंधिया के खिलाफ हैं. विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने बता दिया है कि सिंधिया के भाजपा में आने के बाद कितनी खलबली मची है. आज भाजपा सिंधिया को दिल में नहीं उतार पा रही है. उनको मालूम है कि जनाधार खो चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी में आने के बाद पार्टी को ही नेस्तनाबूद कर देंगे.