भोपाल। मध्य प्रदेश में 3 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनावों को लेकर अब बीजेपी को भीतरघात का डर सता रहा है. टिकट नहीं मिलने से दावेदारों की नाराजगी पार्टी को उपचुनाव में भारी न पड़ जाए इसलिए बीजेपी बागियों को मनाने के लिए मंत्रियों को विशेष जिम्मेदारी भी सौंपी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हैं, साथ ही लगातार बैठकों का दौर भी जारी है.
टिकट नहीं मिलने से कई नेता नाराज
बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती टिकट न मिलने से नाराज हुए नेता हैं. खबर है कि बीजेपी के केन्द्रीय हाईकमान के फैसले के सामने प्रदेश नेतृत्व की पसंद को दरकिनार किया गया. इसका असर यह हुआ कि बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व जिन्हें टिकट दिलवाने का वादा कर चुका था उन्हें निराश होना पड़ा. अब पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को इन्हीं के भितरघात का डर सता रहा है. बीजेपी को चारों की सीटों पर बड़े नेताओं के बागी होने का डर है.
केन्द्रीय नेतृत्व के सामने प्रदेश के नेताओं की नहीं चली
उपचुनाव वाली चारों सीटों पर बीजेपी में टिकट को लेकर काफी खींचतान देखी गई थी. टिकट के दावेदार माने जा रहे कई नेताओं के टिकट आखिरी समय में कट गए. इसके पीछे का कारण बीजेपी केन्द्रीय नेतृत्व का फैसला है. खबर है कि सीएम शिवराज खंडवा से दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष चौहान को टिकट दिलवाना चाहते थे, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ज्ञानेश्वर पाटिल को टिकट दे दिया.