भोपाल। लोकसभा चुनाव के 6वें चरण में मध्यप्रदेश की 8 सीटों पर 12 मई को वोटिंग हुई थी, जिसके बाद ईवीएम को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में पहुंचा दिया गया है, जहां सुरक्षा बलों के अलावा सभी दलों के प्रत्याशी व उनके प्रतिनिधि भी स्ट्रांग रूम की दिन-रात निगरानी कर रहे हैं. हालांकि, बीजेपी-कांग्रेस को मतगणना से पहले गड़बड़ी की चिंता सता रही है. बीजेपी को ईवीएम पर भरोसा है, लेकिन प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी पर भरोसा नहीं कर पा रही है, जबकि कांग्रेस को ईवीएम पर ही भरोसा नहीं है.
चुनाव बाद EVM की चिंता में सूख रहीं पार्टियां, बीजेपी-कांग्रेस दिन-रात कर रहीं स्ट्रांग रूम की निगरानी - Strong Room
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर राजनीतिक दल काफी चिंतित है. उन्हे चिंता है कि मतगणना के पहले कहीं कोई गड़बड़ी ना हो जाए. चलते पार्टी नेता लगातार स्ट्रांग रुम की निगरानी कर रहे है.
बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि ईवीएम पर न उन्हें कल संदेह था और न आज है. उन्हें संदेह ईवीएम से खिलवाड़ करने वाले लोगों और कांग्रेस सरकार के दबाव में आए अधिकारियों पर है. जिसके चलते वे निगरानी कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि ईवीएम के बारे कई बातें चलती रहती हैं. उन्हें ईवीएम पर पूरा विश्वास है, लेकिन जो उम्मीदवार मेहनत करता है. मतदाताओं से मतदान की अपील करता है. उसे संदेह रहता है कि मतगणना से पहले कोई गड़बड़ी न हो जाए, या ईवीएम न बदल दी जाए. इन बातों को लेकर सभी राजनीतिक दल चिंतित रहते हैं. उन्होंने कहा कि वे समझते हैं कि निगरानी करना गलत नहीं है.