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मध्यप्रदेश कांग्रेस में 15 दिसंबर के बाद होंगे बदलाव! पार्टी आलाकमान को रिपोर्ट का इंतजार - एमपी कांग्रेस में 15 दिसंबर के बाद होंगे बदलाव

मध्यप्रदेश कांग्रेस में 15 दिसंबर के बाद बदलाव होंगे, फिलहाल पार्टी आलाकमान को एमपी की रिपोर्ट का इंतजार है.

Action against Congress leaders in MP
एमपी कांग्रेस में 15 दिसंबर के बाद बदलाव

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 10, 2023, 3:58 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस प्रदेश में नाकारा और भितरघात करने वालों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रत्याशियों और संगठन से 15 दिसंबर तक दो अलग-अलग रिपोर्ट तैयार कर देने के निर्देश दिए हैं. पिछले दिनों हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में कई प्रत्याशियों ने चुनाव के दौरान कई कांग्रेस नेताओं द्वारा पार्टी विरोधी काम किए जाने की बात कही थी. रिपोर्ट मिलने के बाद इन सभी कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

19 जिला अध्यक्षों पर कार्रवाई लगभग तय:प्रदेश के 19 जिलों के कांग्रेस अध्यक्ष और विभागों के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होना लगभग तय माना जा रहा है. दरअसल चुनाव में इन 19 जिलों में पार्टी का खाता ही नहीं खुल पाया है. इन जिलों में पार्टी पूरी तरह साफ हो गई, इनमें इंदौर, नीमच, बैतूल, नरसिंहपुर, सिंगरौली, उमरिया, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, शाजापुर, राजगढ, रायसेन, सीहोर, विदिशा, पन्ना, कटनी, दमोह जिला शामिल हैं. इन जिलों के कांग्रेस पदाधिकारियों पर कार्रवाई होना तय है, लोकसभा चुनाव के पहले पार्टी इन जिलों की कमान युवा और ऊर्जावान कार्यकर्ता को सौंप सकती है. उधर इन जिलों के विभाग अध्यक्षों पर भी कार्रवाई की जा सकती है, माना जा रहा है कि पार्टी के वचन पत्र और संदेश को इन जिलों में जमीन तक पहुंचाने में पूरी तरह से संगठन कामयाब नहीं हो सका है.

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लोकसभा की तैयारियों में जुटेगी कांग्रेस:पार्टी आलाकमान साफ कर चुकी है कि लोकसभा चुनाव तक प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा, प्रदेश में कांग्रेस की बागडोर फिलहाल कमलनाथ के हाथों में ही रहेगी. कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस नेताओं को लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुटने के निर्देश दे दिए हैं, चुनाव में मुश्किल से 5 माह का वक्त बाकी बचा है. इसके पहले संगठन की खामियों और भितरघाट करने वालों की पहचान की जाएगी, कमलनाथ द्वारा मांगी गई रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को सौंपी जाएगी. इसके बाद पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव कर सकती है.

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