भोपाल। मध्यप्रदेश, बिहार और उत्तरप्रदेश में एक बार फिर एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ बड़ी छापेमारी कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी के तहतमंगलवार सुबह से एनआईए की टीम मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में डेरा डाले हुए है. एक बड़ी जानकारी है सामने आई कि रतलाम जिले में सूफा संगठन के सदस्यों को पकड़ने के लिए एनआईए की टीम पहुंची है. सूफा संगठन वही है, जो पूर्व में बम बनाने के आरोप में रडार पर था और फरवरी व मार्च माह में इसके 6 सदस्यों को चित्तौड़गढ़ से पकड़ा गया था. सफा संगठन भी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तर्ज पर काम करता था, इस संगठन का नेटवर्क मध्यप्रदेश और राजस्थान के बॉर्डर बिल वाले जिलों में सबसे अधिक देखा गया है.
एमपी में कहां-कहां पड़ा छापा:रतलाम जिले के एडिशनल एसपी सुनील पाटीदार ने बताया कि "सूफा संगठन के पूर्व में जो सदस्य पकड़े गए हैं, उन्हीं की प्रॉपर्टी की जांच के लिए एनआईए की टीम रतलाम आई है." रतलाम के अलावा शाजापुर और आगर-मालवा में भी सर्चिंग की बात सामने आई है, साथ ही प्रदेश के उज्जैन, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन और इंदौर के बॉर्डर वाले हिस्से में सर्चिंग की बात पता चल रही है, क्योंकि यहां से भी पीएफआई के सदस्य पकड़े गए थे. सूत्रों ने बताया कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र बॉर्डर के इलाकों में कुछ गांव को चिन्हित किया गया है और एनआईए की टीम यहां भी पहुंच सकती है.
सिस्टम से दुखी लोगों को बनाते हैं टारगेट:एनआईए ने पहले जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, वह सिस्टम से दुखी लोगों को टारगेट करते थे. यानी ऐसे लोग जो अपनी परेशानियों को लेकर सरकारी सिस्टम में जाते हैं और उन्हें राहत नहीं मिलती है. पीएफआई के सदस्यों में प्रोफेसर डॉक्टर एडवोकेट शमिल हैं.