भोपाल। शहर की रहने वाली 23 बरस की शालिनी ने आरोप लगाया है कि, उसकी सौतेली मां और उसके परिवार के सदस्य उसकी बलि देने की तैयारी में थे. शालिनी का आरोप है उसके माता पिता बीजेपी और आरएसएस का समर्थन मिला हुआ है. इसीलिए उसकी सुनवाई नहीं हुई. इधर भोपाल में कोलार थाने में 16 फरवरी को युवती के भाई ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. लोकेशन मिलने पर भोपाल से पुलिस ने तमिलनाडू में युवती से संपर्क भी किया लेकिन उसने पुलिस से मिलने बात करने से इंकार कर दिया. उधर बीजेपी की ओर से भी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं आई है.
भागती नहीं तो मां ले लेती बलि:जस्टिस जी चंद्रशेखर की अदालत में पेश होने के साथ शालिनी ने बताया कि उसकी सौतेली मां सुधा शर्मा उसकी बलि लेकर उसकी जान लेना चाहती है. शालिनी का आरोप है कि उसके पहले उसका छोटे भाई दस साल की उम्र में मां का शिकार बन चुका है. जब उसे पता चला कि वो दो और भाईयों को इस तरह से शिकार बना चुकी है और अब उसकी बारी है. तो अपने दोस्त की मदद से वो तमिलनाडू आ गई. शालिनी ने अपनी मां सुधा पर ये बड़ा आरोप भी लगाया है कि उसकी मां बीजेपी और आरएसएस से जुडी हुई है और और इसी प्रभाव की वजह से कोई उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की हिम्मत नहीं जुटा पाया.
संघ बीजेपी पर आए आरोप के छीटे:अदालत में दिए गए शपथ पत्र में शालिनी ने कहा कि पारिवारिक दबाव की वजह से उसने अखिला भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ली थी. उत्तर प्रदेश में पैदा हुई शालिनी का परिवार भोपाल पहुंचा. जहां कृषि विभाग से उसके पिता 2017 में रिटायर हुए. न्यूट्रिशन और डायटिक्स में मास्टर्स कर रही शालिनी ने बताया कि वो महारानी लक्ष्मी बाई कॉलेज की छात्रा है. और अब योगा में डिप्लोमा की तैयारी कर रही है. शालिनी ने बताया कि फरवरी 17 को वो तमिलनाडू इसलिए आई कि ये महिलाओँ के लिए सुरक्षित जगह है. यहां ये युवती टीपीडीके राजनीतिक दल के सचिव के घर पर रुकी हुई है. युवती का कहना है कि एबीवीपी के लोग उसे घर वापिस ले जाने दबाव डाल सकते हैं. उसने अपनी और अपने दो दोस्तों विग्नेश एवं दक्षिणमूर्ति की सुरक्षा की गुहार लगाई है जिन्होने उसे रहने की जगह दी.